darkness in salooni : बोर्ड परीक्षाएं सिर पर है और 7 दिन से सलूणी के 3 गांव अंधेरे में डूबे हुए। बिजली गुल होने की वजह से बच्चे कैसे करें पढ़ाई। खराब खराब मौसम के चलते बाहर पढ़ाई नहीं हो पा रही तो घर के भीतर अंधेरा पसरा है।
सलूणी, ( दिनेश): डलहौजी विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत खरल के गांव 3 गांव अटालू, जलाई-प्रथम व जलाई द्वितीय में एक सप्ताह से अंधेरे में रहने को मजबूर है। सर्द रातों में बिजली गुल होने से सबसे अधिक नुकसान बच्चों की पढ़ाई का हो रहा है। जिस वजह से ग्रामीणों में बिजली बोर्ड के खिलाफ रोष पैदा होने लगा है।
अंधेरे में कैसे करें पढ़ाई
खरल पंचायत प्रधान पुष्पा देवी, उपप्रधान रविंद्र कुमार, वार्ड सदस्य दर्शना देवी, ग्रामीणों में जगदीश, राकेश, कलासो, बालक राम, चनालू, नरेश, बैंसू, प्यार सिंह, कुलदीप, सुनीत, हंसराज, लेखराज, बालकराम, नरेंद्र, मनोज, डोगरू व टेक चंद का कहना है कि बोर्ड की परीक्षाओं को चंद रोज शेष बचे हैं लेकिन उनके गांवों के बच्चे पढ़ाई करने में असमर्थ है। खराब मौसम घर से बाहर पढ़ने की इजाजत नहीं दे रहा तो बिजली गुल होने की वजह से घर के भीतर पढ़ाई नहीं हो पा रही है।
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बिजली बोर्ड के खिलाफ रोष
अफसोस की बात है कि इस बारे में बोर्ड को 18 फरवरी को ही सूचित कर दिया गया था जिसके बाद 22 फरवरी को बोर्ड के कर्मचारियों ने गांव आकर स्थिति का जायजा लिया लेकिन अभी तक बिजली व्यवस्था बहाल नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि सर्दियों के मौसम में उन्हें इस मूलभूत सुविधा से वंचित रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। बोर्ड के कनिष्ठ अभियंता रविंद्र जरयाल ने कहा कि 18 फरवरी को आसमानी बिजली गिरी जिस वजह से बिजली का ट्रांसफार्मर जल गया जिस कारण यह समस्या पेश आई। अगले दो दिनों के भीतर यहां नया ट्रांसफार्मर स्थापित कर दिया जाएगा।