19 साल तक सरकारी नौकरी करने के बाद सेवानिवृित लेकर राजनिति में कूदे थे मोहन लाल
1998 में पहली बार धूमल सरकार में बने थे आयुर्वेद राज्य मंत्री
चम्बा, 2 अप्रैल (विनोद): प्रदेश के पूर्व आयुर्वेद राज्य मंत्री मोहन लाल का शुक्रवार को देहांत हो गया। 76 वर्ष की आयु में उन्होंने जालंधर के टैगोर अस्पताल में आखिरी सांस ली। प्रदेश के दिग्गज नेताओं की सूची में उनका नाम शुमार था। स्वास्थ्य विभाग में करीब 19 वर्षों तक नौकरी करने के बाद युवा अवस्था में ही सरकारी नौकरी को छोड़ वर्ष 1977 में उन्होंने भाजपा की टिकट से चुराह विधानसभा क्षेत्र में बतौर प्रत्याशी राजनीति के अपना कदम रखा। पहले ही चुनाव में जीत दर्ज की तो इसके बाद दूसरे चुनाव 1982 में फिर से जीत का परचम फहराया। उन्होंने अपने राजनैतिक जीवन में 6 बार चुराह विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और इसमें चार बार जीत हासिल की। उन्होंने आखिरी चुनाव वर्ष 1998 में लड़ा और जीत हासिल करके प्रदेश की धूमल सरकार में आयुर्वेद राज्य मंत्री के रूप में स्थान पाया। 2004 में पार्टी ने उनके स्थान पर हंसराज को चुराह से अपना पार्टी प्रत्याशी बनाया तो मोहन लाल ने पार्टी के इस निर्णय को सहर्स स्वीकार किया और पार्टी के आदेशों को मानते हुए पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार भी किया। मोहन लाल का राजनैतिक कद इतना अधिक ऊंचा था कि कांग्रेसी नेता भी उनकी शराफत व दरियादिली की तारिफ करने से गुरेज नहीं करते थे। दिवंग्त नेता किशोरी लाल के बाद पार्टी के बडे़ नेता के तौर पर समूचे जिला में उनकी पैठ थी। हर कोई उनकी बात को अधिमान देता था। यही वजह रही कि प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम जब मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार चम्बा जिला के दौर पर आए तो उन्होंने मोहन लाल के घर जाकर नाश्ता किया था। उपायुक्त चम्बा डी.सी.राणा ने कहा कि दिवंग्त नेता का पूरा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। उन्हें निधन पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, पूर्व केंद्रीय मंत्री शांता कुमार, विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज, डल्हौजी विधायक आशा कुमारी, पूर्व विधायक रेणू चड्ढा, चम्बा विधायक पवन नैयर, भरमौर विधायक जिया लाल कपूर, भटियात विधायक विक्रम जरयाल व प्रदेश एस.सी.एस.टी.निगम के उपाध्यक्ष जय सिंह ने गहरा शोक प्रकट किया है।