चम्बा की आवाज, बीत वर्ष के मुकाबले इस बार देश की सुरक्षा के मद्देनजर सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माने जाने वाला मनाली-लेह मार्ग डेढ़ माह पहले ही वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया है। रविवार को इसके खुलने के साथ ही लेह-लद्दाख मनाली से जुड़ गया है। इसके मार्ग के खुलने से अब भारत की चीन के साथ जुड़ी सरहद पर रसद पहुंचाने में सेना को किसी प्रकार की परेशानी पेश नहीं आएगी। हालांकि बारालाचा दर्रे पर अक्सर हल्की बर्फबारी होती रहती है जिस वहज से अभी तक यहां से छोटे वाहनों को गुजारना जोखिम भरा है। रविवार की सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर बी.आर.ओ. हिमांक परियोजना के चीफ इंजिनियर ब्रिगेडियर अरविंद सिंह और बी.आर.ओ. दीपक परियोजना के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर एम.एस. बाघी ने हरी झंडी दी।