इस बार शिवरात्रि का इस कारण है विशेष महत्व
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Chamba Ki Awaj
- Update Time : 04:13:57 am, Thursday, 11 March 2021
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इस बार की शिवरात्री महापर्व की एक ओर विशेषता यह है कि त्रयोदशी और चतुदर्शी तिथियां पड़ रही है। इस दृष्टि से जलाभिषेक का महत्व और भी बढ़ गया है। हिंदू धर्म शास्त्रों में महाशिवरात्रि पर्व पर त्रयोदशी व चतुदर्शी में जलाभिषेक का विधान बताया गया है। त्रयोदशी तिथि 10 मार्च की दोपहर 2 बजकर 40 मिनट से शुरू होकर 11 मार्च को 2 बजकर 40 मिनट तक रहेगी। इसके तुरंत बाद चतुदर्शी शुरू हो जाएगी। शिव मंदिरों में त्रयोदशी का जलाभिषेक 11 मार्च की सुबह 4 बजकर 1 मिनट से शुरू होकर पूरा दिन भी चलेगा। चतुदर्शी का जलाभिषेक इसी दिन दोपहर 3 बजे से शुरू होकर शाम तक चलेगा। महाशिवरात्रि का निशीथ काल जो कि इस रोज सर्वोत्तम समय हेाता है 11 मार्च की रात 12 बजकर 6 मिनट से रात 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा। महाशिवरात्रि का पर्व रात्रि में मनाया जाना वाला पर्व है इसलिए महाशिवरात्रि को पूजन चारों पहर करने का विशेष महत्त है।
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