भाजपा कांगड़ा-चंबा प्रभारी एवं वन मंत्री राकेश पठानिया की अगुवाई में बैठक का दौर शुरू
भाजपा के लिए जिला परिषद उपाध्यक्ष पद ने पैदा की सिर दर्द की स्थिति तो कांग्रेस की निगाहें भी है इस पद पर टिकी
चंबा, 2 फरवरी (विनोद): जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पर कब्जा करने के लिए भाजपा के कांगड़ा-चंबा प्रभारी एवं प्रदेश वन मंत्री राकेश पठानिया सोमवार शाम से चंबा में डेरा लगाए हुए हैं। उनके चंबा पहुंचते ही जिला परिषद के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर भाजपा समर्थित जिला परिषद सदस्यों की ताजपोशी को लेकर जिला मुख्यालय में मौजूद परिधि गृह में सोमवार रात को मैराथन बैठक आयोजित हुई जिसमें राकेश पठानिया सहित विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज, जिला कार्यवाहक भाजपा अध्यक्ष डीएस ठाकुर, भटियात विधायक विक्रम जरियाल, भरमौर विधायक जियालाल, चंबा विधायक पवन नैयर शामिल रहे। वन मंत्री राकेश पठानिया ने पार्टी समर्थित जिला परिषद सदस्यों के मन को टटोलने के लिए एक-एक करके उन्हें अपने कमरे में बुलाकर उनके साथ बातचीत की। भाजपा के लिए जिला परिषद अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का पद साख का सवाल बना हुआ हैं, क्योंकि भाजपा की माने तो जिला के 18 जिला परिषद वार्डों पर कांग्रेस के मुकाबले उनके समर्थित पार्षदरिषद सदस्य अधिक संख्या में जीत कर आए हैं, लेकिन अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का पद एक अनार सौ बीमार की स्थिति पैदा किए हुए। जिस वजह से सोमवार को इन पदों की चयन प्रक्रिया को लेकर बुलाई गई बैठक असफल रही। उधर कांग्रेस भी इन पदों को अपने नाम करने के लिए जोड़-तोड़ करने में जुटी हुई है। पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी पिछले 4 दिनों से जिला मुख्यालय में डेरा लगाए हुए हैं तो वही भटियात के पूर्व कांग्रेसी विधायक कुलदीप सिंह पठानिया, डल्हौजी विधायक आशा कुमारी सहित जिला कांग्रेस अध्यक्ष नीरज नैयर भी अपने-अपने स्तर पर सक्रिय हैं। आज मंगलवार सुबह 11 बजे बचत भवन में एक बार फिर से जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन हेतु बैठक बुलाई गई है। पुख्ता जानकारी के अनुसार सोमवार रात को भाजपा नेताओं की आयोजित हुई बैठक में उपाध्यक्ष पद पर ताजपोशी को लेकर कोई अंतिम निर्णय नहीं हो पाया जिसकी वजह से मंगलवार सुबह फिर से बैठक आयोजित की गई है। जिला परिषद अध्यक्ष पद की बात करें तो यूं तो यह पद अनुसूचित जाति वर्ग के जिला परिषद सदस्य हेतु आरक्षित है लेकिन भाजपा के समक्ष चिंता की स्थिति इसलिए पैदा हुई है क्योंकि इस पद की दौड़ में भी 3 लोग शामिल हैं जिसमें 2 महिलाएं व 1 पुरुष शामिल है। कांग्रेस की बात करें तो अध्यक्ष पद की दौड़ में उसकी दावेदारी ज्यादा मजबूत तो नजर नहीं आ रही है लेकिन उपाध्यक्ष पद पर वह मजबूती के साथ दांव खेल सकती है। करीब 2 घंटे के बाद शायद जिला चंबा को अपना नया जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष मिल जाए। परिणाम चाहे जिस भी राजनीतिक दल के पक्ष में रहे लेकिन एक बात तो साफ है कि इन परिणामों को लेकर बयानबाजीयों का दौर जरूर शुरू हो जाएगा।