आरटीआई के माध्यम से प्राप्त जानकारी ने केजरीवाल सरकार को सवालों के दायरे में खड़ा किया।
दिल्ली, 23 दिसंबर (साभार): भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़ कर सत्ता में काबिज होने वाले केजरीवाल और उनकी पार्टी अब स्वयं जनता के पैसे को बेदर्दी के साथ खर्च करने के एक मामले को लेकर चर्चाओं का केंद्र बन गई है। दिल्ली के साकेत गोखले ने 14 नवंबर को सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा की गई दिवाली पूजा और इसके लाइव टेलीकास्ट पर खर्च किए गए सरकारी धन के बारे में जब आरटीआई के माध्यम से सूचना प्राप्त की तो जो जानकारी उसे मिली उसने सबके होश उड़ा दिए। आरटीआई प्राप्त करने वाले साकेत गोखले ने ट्वीट कर इस खर्चे की पूरी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि बताया है कि दिल्ली की आप सरकार ने 14 नवंबर, 2020 को सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा की गई दीवाली पूजा और इसके लाइव टेलिकास्ट में करदाताओं के छह करोड़ रुपए खर्च कर दिए। ये भारी-भरकम पैसा 30 मिनट की पूजा के लिए खर्च किया गया। यानी एक मिनट के 20 लाख रुपए। केजरीवाल का ये कार्यक्रम लाइव दिखाया गया था। गौर हो कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस साल अपनी कैबिनेट सहयोगियों के साथ अक्षरधाम मंदिर में दिवाली की पूजा की थी। दिल्ली सरकार ने लक्ष्मी पूजा कार्यक्रम और इसके लाइव टेलीकास्ट पर 6 करोड़ रुपए खर्च किए थे। ध्यान रहे कि केजरीवाल कई बार प्रधानमंत्री व केंद्र सरकार पर फिजूलखर्ची करने के आरोप लगाकर सुर्खियां बटोर चुके हैं। अब आरटीआई के माध्यम से प्राप्त की गई जानकारी ने केजरीवाल व उनकी सरकार पर फिजूलखर्ची करने के मामले को लेकर सवालिया निशान लगा दिए हैं।