चंबा, ( विनोद ): मणिमहेश छड़ी यात्रा चंबा के श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा से 16 सितंबर को पवित्र मणिमहेश छड़ी रवाना होगी जो 23 सितंबर को मणिमहेश न्हौण(स्नान) डल झील में डुबकी लगाएगी। दशनाम अखाड़ा चंबा के महंत यतींद्र गिरी ने वीरवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सदियों से धार्मिक परंपरा के अनुरूप चंबा के दशनाम अखाड़ा से यह छड़ी यात्रा निकलती हैं।
धार्मिक दृष्टि से इस छड़ी यात्रा का उतना ही महत्व है जितना की अमरनाथ यात्रा के दौरान निकलने वाली छड़ी यात्रा का रहता है। यह छड़ी यात्रा सनातन धर्म का प्रतीक मानी जाती है और इसके प्रति सनातन धर्म को मानने वालों में अगाध श्रद्धा है। यह छड़ी यात्रा शिव और शक्ति का भी प्रतीक मानी जाती है।
रियासत काल से यह छड़ी यात्रा निरंतर हर वर्ष मणिमहेश के बड़े स्नान को निकलती है। महंत यतींद्र गिरी ने बताया कि 16 सितंबर को दशनाम अखाड़ा चंबा से निकलने वाली इस छड़ी यात्रा को उपायुक्त चंबा अपूर्व देवगन पूजा अर्चना के पश्चात विधिवत रूप से साधु संतों की अगुवाई में मणिमहेश को रवाना करेंगे।
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यात्रा को पैदल तय किया जाएगा और रास्ते में पड़ने वाले विभिन्न सात पड़ावों में रुकेगी। महंत ने बताया कि यह झड़ी 23 सितंबर की सुबह शुभ मुहूर्त पर डल झील में डुबकी लगाएगी जिसके बाद पवित्र मणिमहेश यात्रा संपन्न हो जाएगी। इस छड़ी यात्रा में शामिल होने के लिए देश के विभिन्न अखाड़ों व मठों से साधु-संत चंबा पहुंचने शुरू हो गए है।
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