डल्हौजी का राजकीय उच्च पाठशाला झौड़ा डीनोटिफाई, अब माध्यमिक स्कूल का दर्जा मिला

सलूणी,( दिनेश राणा ): डल्हौजी की पंचायत बाढ़का के हाई स्कूल झौड़ा को डीनोटिफाई कर मिडल स्कूल कर दिया है। स्कूल का दर्जा कम करने के इस सरकारी निर्णय के खिलाफ लोगों में रोष है। मंगलवार को खंड विकास समिति सलूणी अध्यक्ष कंगना सेठी की अगुवाई में स्कूल प्रबंधन समीति, व्यापार मंडल, पंचायत प्रतिनिधियों सहित स्थानीय लोगों ने नायब तहसीलदार तेलका सीताराम के माध्यम से सरकार को इस निर्णय के खिलाफ ज्ञापन भेजा।

 

जानकारी के अनुसार बीते वर्ष ही पूर्व की भाजपा सरकार ने 4 पंचायत सेरी, भजोत्रा, करवाल व बाढ़का के बच्चों को आठवीं से आगे की शिक्षा पाने के लिए अधिक दूरी तय न करनी पड़े इस उद्देश्य से राजकीय माध्यमिक स्कूल झौड़ा का दर्जा बढ़ा कर इसे उच्च विद्यालय कर दिया। वर्तमान में इस स्कूल में 66 बच्चें शिक्षा ग्रहण कर रहें हैं जिनमें 21 बच्चें नौवीं व दसवीं की शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। 

 

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हाल ही में हिमाचल सरकार ने इस स्कूल का दर्जा घटा कर इसे माध्यमिक कर दिया। इस वजह से स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले बच्चों के अभिभावकों में सरकार के इस निर्णय के विरुद्ध रोष पैदा हो गया है। बाढ़का पंचायत प्रधान प्रहलाद कुमार देवन, एसएमसी अध्यक्ष दौलत राम ने बताया कि जम्मू-कश्मीर राज्य से सटी हैं ये चारों पंचायतें। 
 
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उन्होंने कहा कि इन सीमावर्ती पंचायतों के बच्चों को अब आठवीं से आगे की शिक्षा पाने के लिए 15 किलोमीटर की दूरी तय कर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल तेलका जाना होगा। क्षेत्र में सीमित परिवहन सेवा के साथ गरीब परिवार के बच्चों को मानसिक व आर्थिक परेशानी का सामना करने को मजबूर होना पड़ेगा।

 

तेलका व्यापार मंडल अध्यक्ष देसराज बसंत ने कहा कि पूर्व सरकार ने लोगों की मांग व आवश्यकता को देखते हुए इस स्कूल का दर्जा बढ़ाया था। स्कूल का दर्जा बढ़े हुए अभी एक साल ही हुआ है। इस प्रतिनिधि मंडल में सालवां पंचायत प्रधान बंदना, बालकृष्ण, मनोज कुमार, सिलमो देवी व शायना बेगम सहित अन्य शामिल रहे।

 

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