सरकार को जिला चंबा इसलिए हर वर्ष 1 करोड़ 84 लाख देगा

सरकार ने इन्हें किया नीलाम, चंबा सरकारी खजाने को भरने का करेगा काम

चंबा, ( विनोद ): हिमाचल सरकार को जिला चंबा से 1 करोड़ 84 लाख 32 हजार रुपए की कमाई हर वर्ष होगी। सरकारी खजाने में यह पैसा सोमवार को जिला चंबा की 9 माइनिंग साइटों mining sites की सफलतापूर्वक नीलामी auction से संभव हो पाया है।

 

इस नीलामी प्रक्रिया को माईनिंग साइट नीलामी कमेटी के अध्यक्ष एडीएम चंबा अमित मेहरा की अगुवाई में अंजाम दिया गया। यूं तो यह माना जा रहा था कि इस नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से सरकारी खजाने को 1 करोड़ रुपए के आसपास आय अर्जित होगी लेकिन इस अनुमान से करीब दो गुणा पर नीलामी प्रक्रिया संपन्न हुई।

 

सबसे महंगी बोली जिला की मुख्य रावी नदी ravi river पर मौजूद उदयपुर चंबा के साईट की लगी। विभाग ने इसकी रिजर्व बोली reserve prize 10 लाख रुपए रखी हुई थी तो कि ओपन बोली में 62 लाख 50 हजार रुपए पर जाकर समाप्त हुई।
सरकार को जिला चंबा इसलिए हर वर्ष 1 करोड़ 84 लाख देगा

नीलामी प्रक्रिया में भाग लेते बोली दाता।

कौन कितने में बिकी यह रहा लेखाजोखा
बोली दाताओं में इस माइनिंग साइट को लेकर बेहद प्रतिस्पर्धा देखने को मिली जिस वजह से यह साइट उम्मीद से अधिक बोली पर जाकर समाप्त हुई। इसके अलावा चक्की-खडेड बैरिया पार्ट-1 की नीलामी 13 लाख 51 हजार रुपए, पार्ट-2 की नीलामी  15 लाख 7 हजार, पार्ट 3 की नीलामी  25 लाख 8 हजार रुपए, चक्की-खडेड बेरिया-2 पार्ट 1 की नीलामी 18 लाख 9 हजार, 2-पार्ट 2 की नीलामी 26 लाख 11 हजार, 2-पार्ट 3 की नीलामी 18 लाख रुपए, हाटी खड्ड की नीलामी 4 लाख 66 हजार रुपए में संपन्न हुई।

 

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पांगी की एकलौती साइट इतने में बिकी
चंद्रभागा नदी पर जिला चंबा के जनजातीय उपमंडल पांगी की इकलौती माइनिंग साइट चंद्रभागा नदी Chandrabhaga River साच की नीलामी 1 लाख 30 हजार रुपए में संपन्न हुई। सबसे अधिक सफल नीलामी प्रक्रिया का श्रेय चंबा की उदयपुर साइट को जाता है जो कि अपनी रिजर्व प्राइज से करीब 6 गुणा अधिक पर जाकर संपन्न हुई।
इन साइटों की नीलामी प्रक्रिया के सफल रहने से जिला चंबा के लोगों को अब अपने घरों व भवनों के निर्माण के लिए रेत, बजरी व पत्थर जैसी सामग्री प्राप्त करने के लिए दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

 

यह बात और है कि अभी तक इन नीलाम हुई साइटों को एफसीए व पर्यावरण से हरी झंडी लेनी होगी और जब तक यह हरी झंडी नहीं मिल जाती है तब तक कोई भी ठेकेदार इन पर कार्य नहीं कर सकता है।
इस प्रक्रिया की अध्यक्षता नीलामी कमेटी के अध्यक्ष एडीएम चंबा अमित मेहरा ने की। उनकी अगुवाई में स्टेट जियोलोजिस्ट पुनीत गुलेरिया, जीएम डीआईसी चंद्रभूषण, अधिशासी अभियंता आईपीएच चंबा व खनन अधिकारी चंबा बिंदिया सहित अन्य मौजूद रहे।