हिमाचल दिवस प्रदेश कर्मचारियों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा

कोरोना से प्रभावित इन वर्गों के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणाएं की

चम्बा की आवाज, हिमाचल दिवस से प्रदेश के कई वर्गों को सरकार द्वारा नई घोषणाएं करने की उम्मीदें थी जिनमें से कुछ वर्गों को राहत पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री ने अपने आज के संबोधन में घोषणाएं करके संबन्धित वर्गों को राहत पहुंचाई लेकिन मुख्यमंत्री के संबोधन ने सबसे अधिक प्रदेश के कर्मचारी वर्ग को निराश किया है। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में ऐसी कोई भी घोषणा नहीं की जिससे प्रदेश का कर्मचारी वर्ग खुशी जताता। इस वर्ग में सबसे अधिक निराशा उन कर्मचारियों को लेगी है जो कि लंबे समय से पुरानी पैंशन बहाली को लेकर मोर्चा खोले हुए है। मुख्यमंत्री ने अपने पूरे संबोधन में इस मामले के नजदीक जाने में भी कोई रूचि नहीं दिखाई। यही नहीं प्रदेश के हजारों कर्मचारी जो कि अनुबंध की लंबी प्रक्रिया से जुड़े हुए हैं वे अनुबंध की अवधि को कम करने की मांग करते चले आ रहें हैं और इस कर्मचारी वर्ग को भी आज के दिन कुछ राहत मिलने की उम्मीद थी लेकिन उन्हें भी निराश ही होने पड़ा है। प्रदेश का जो कर्मचारी वर्ग नये वेतन स्केल के साथ अन्य वित्तीय लाभ की घोषणा होने को लेकर आश्वस्थ था उन्हें भी मायूस होने पड़ा है। इतना जरुर है कि मुख्यमंत्री ने कोरोना के दौर से प्रभावित हुए निजी क्षेत्राें को आर्थिक राहत पहुंचाने की घोषणाएं अवश्य की है। जिसमें निजी स्कूल, निजी ट्रांस्पोटर आदि शामिल है। हिमाचल दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री के संबोधन के दौरान सभी कर्मचारी वर्ग इसी उम्मीद का झूला झूलते रहें कि शायद संबोधन के अंतिम पलों में मुख्यमंत्री उनके लिए कुछ राहत पहुंचाने वाली घोषणाएं अवश्य करेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। इस वजह से हिमाचल दिवस पर घोषणाओं का तोहफा मिलने की उम्मीद करने वाले प्रदेश के कर्मचारी वर्ग के हाथों निराशा ही लगी है।