हिमाचल की प्रथम पद्मश्री महिला का सम्मान, चंबा के नाम

चंबा कढ़ाई के लिए ललिता वकील पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित होंगी

चंबा, (विनोद): गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों की घोषणा होते ही जिला चंबा की महिला को हिमाचल की प्रथम पद्मश्री महिला होने का सम्मान, चंबा के नाम हुआ है। सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 107 लोगों को पद्मश्री पुरस्कार से देने की घोषणा की। इस सूची में देश के पिछड़े जिलों की सूची में शामिल चंबा का नाम भी शामिल है।
बारिक कशीदाकारी के लिए चंबा कढ़ाई (रूमाल) का अपना अलग ही मुकाम में। इस प्राचीन कला को वर्षों से सहेजे हुए है और युवा पीढ़ी तक इस प्राचीन कला को पहुंचाने में जुटी हुई है। चंबा के मोहल्ला राजनौण की ललित वकील को कला के क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने के लिएपद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित करने की सरकार ने घोषणा की।
यह पहला मौका है जब प्रदेश की कोई महिला पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित होने जा रही है। देश के चौथे सबसे बड़े नागरिक सम्मान को हासिल करने का सबसे पहले गौरव कैलाश चंद महाजन को प्राप्त हुआ था। 1971 की भारत-पाक की जंग के दौरान पद्मश्री कैलाश चंद महाजन जो कि पेशे से इंजीनियर थे ने पंजाब में अधीक्षण अभियंता के तौर पर सराहनीय कार्य किया। जिसके चलते उन्हें सरकार ने उन्हें इस सम्मान से सम्मानित किया।
इसके पश्चात कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के लिए चित्रकार विजय शर्मा को 2012 में तो इसके महज 2 वर्ष के बाद ही जिला चंबा के जनजातीय क्षेत्र भरमौर के मुसाफिर राम भारद्वाज को वर्ष 2014 में यह सम्मान मिला। इसके बाद इस सम्मान का जिला चंबा में लगभग सूखा पड़ा हुआ था जिसे अब जिला की एक महिला ललिता वकील पद्मश्री पुरस्कार पाने वालों की सूची में स्थान पाकर समाप्त कर दिया है।

8 वर्षों के बाद जिला चंबा अपनी कला के लिए एक बार फिर से देश के सबसे बड़े चौथे नागरिक सम्मान से ललित वकील के रूप में सम्मानित होगा। पद्मश्री सम्मानित के लिए चुनी जाने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार व अन्य नेताओं ने ललिता वकील को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है।
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