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हंसराज के प्रयास को विफल करने में अपने सक्रिय हुए

चुराह को डी.एस.पी.कार्यालय दिलवाना की बात को लेकर खलबली मची

चम्बा, 25 अप्रैल (विनोद): प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के सितारे गर्दिश में नजर आ रहे है। वे अपने चुनाव क्षेत्र को विकास की राह पर तेज रफ्तार देने में जुटे हुए है लेकिन पार्टी के कुछ नेता ही उनकी टांग का खिंचने में लगे हुए हैं। बीते दिनों अपने क्षेत्र में घटी एक घटना को लेकर चुराह की स्थिति को देखते हुए सलूणी उपमंडल में मौजूद डी.एस.पी.कार्यालय को चुराह घाटी में स्थानान्त्रित करवाने की हंसराज ने बात क्या कही। उनकी इस बात को लेकर अपने ही उनके इस निर्णय की खिलाफत करने में अंदर खाते में जुट गए है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि चुराह घाटी 90 के दशक में आतंकवाद के जहरीले दंश को झेल चुका है। तो अब घाटी में घटी एक घटना ने यहां के माहौल को तनावपूर्ण बनाने का काम किया है। ऐसे में चुराह को डी.एस.पी.स्तर का अपना अधिकारी मिलना बेहद जरुरी है। वर्तमान में चुराह इस स्तर के अधिकारी की सेवाएं पाने के लिए सलूणी के डी.एस.पी. पर आश्रित है। अभी तक चुराह काे अपना डी.एस.पी.कार्यालय नहीं मिला है। इन तमाम परिस्थितयों को देखते हुए सलूणी के डी.एस.पी. कार्यालय को चुराह में स्थानान्त्रित करने की हंसराज ने बात कही है। प्रदेश की राजनीति में अपनी अलग पहचान बना चुके प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष एवं चुराह विधायक हंसराज क्या इस स्थिति में अपने इस निर्णय को फलित करवाने में सफल हो जाएंगे।

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VINOD KUMAR

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हंसराज के प्रयास को विफल करने में अपने सक्रिय हुए

Update Time : 10:52:21 am, Sunday, 25 April 2021

चुराह को डी.एस.पी.कार्यालय दिलवाना की बात को लेकर खलबली मची

चम्बा, 25 अप्रैल (विनोद): प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज के सितारे गर्दिश में नजर आ रहे है। वे अपने चुनाव क्षेत्र को विकास की राह पर तेज रफ्तार देने में जुटे हुए है लेकिन पार्टी के कुछ नेता ही उनकी टांग का खिंचने में लगे हुए हैं। बीते दिनों अपने क्षेत्र में घटी एक घटना को लेकर चुराह की स्थिति को देखते हुए सलूणी उपमंडल में मौजूद डी.एस.पी.कार्यालय को चुराह घाटी में स्थानान्त्रित करवाने की हंसराज ने बात क्या कही। उनकी इस बात को लेकर अपने ही उनके इस निर्णय की खिलाफत करने में अंदर खाते में जुट गए है। इसमें कोई दोराय नहीं है कि चुराह घाटी 90 के दशक में आतंकवाद के जहरीले दंश को झेल चुका है। तो अब घाटी में घटी एक घटना ने यहां के माहौल को तनावपूर्ण बनाने का काम किया है। ऐसे में चुराह को डी.एस.पी.स्तर का अपना अधिकारी मिलना बेहद जरुरी है। वर्तमान में चुराह इस स्तर के अधिकारी की सेवाएं पाने के लिए सलूणी के डी.एस.पी. पर आश्रित है। अभी तक चुराह काे अपना डी.एस.पी.कार्यालय नहीं मिला है। इन तमाम परिस्थितयों को देखते हुए सलूणी के डी.एस.पी. कार्यालय को चुराह में स्थानान्त्रित करने की हंसराज ने बात कही है। प्रदेश की राजनीति में अपनी अलग पहचान बना चुके प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष एवं चुराह विधायक हंसराज क्या इस स्थिति में अपने इस निर्णय को फलित करवाने में सफल हो जाएंगे।