दर्जनों लोगों की जान पर मंडरा रहा है खतरा
चंबा 24 जनवरी (विनोद): शनिवार की रात को चंबा शहर में बारिश होने की वजह से शहर के पक्काटाला मोहल्ला के लोगों को सारी रात जाकर गुजारने के लिए मजबूर होना पड़ा । इसकी वजह यह रही कि जिस पहाड़ी पर यह मोहल्ला बसा हुआ है उसके एक छोर से एक बार फिर भूस्खलन शुरू हो गया जिससे डर के मारे लोगों को रात भर जागने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस पहाड़ी से भूस्खलन होने की वजह से इसके ऊपर मौजूद कई घर इसकी जद में आने के मुहाने पर पहुंच चुके हैं। बीते माह भी यहां भारी मात्रा में भूस्खलन हुआ था जिसके चलते इस मोहल्ला को सुरक्षित बनाने के नाम पर नगर परिषद द्वारा पहाड़ी के ऊपर एक डंगा लगाया गया था। नगर परिषद का यह कार्य भले थोड़े दिनों के लिए राहत पहुंचाने वाला साबित हुआ हो लेकिन जब तक इस पहाड़ी को सुरक्षित बनाने कि कोई पुख्ता योजना को अमलीजामा नहीं पहनाया जाता है तब तक इस प्रकार के कार्य सिर्फ औपचारिकता तक ही सीमित नजर आएंगे। क्योंकि पहाड़ी के जिस भाग पर डंगा लगाया गया है उसके नीचे से भूस्खलन हो रहा है ऐसे में लोगों का कहना है कि सरकार व जिला प्रशासन को मामले पर गंभीरता दिखानी होगी ताकि इस मोहल्ले को भूस्खलन की जद में आने से समय रहते बचाया जा सके।
क्या कहना है समाजसेवी अनूप महाजन का
नगर के समाजसेवी एवं पूर्व व्यापार मंडल अध्यक्ष अनूप महाजन का कहना है कि कुछ वर्ष पूर्व इस मोहल्ले की सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए सीमेंट सप्रे से संबंधित योजना का पूरा खाका तैयार करके जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार को भेजा गया था लेकिन अफसोस की बात है कि यह योजना सरकारी फाइलों में दफन होकर रह गई है। उन्होंने कहा कि पक्काताला में भूस्खलन होने से जहां इस मोहल्ले के कई घरों में रहने वाले परिवारों पर खतरा मंडराया हुआ है तो वही पक्काटाला-बालू मार्ग के माध्यम से बालू को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाले इस मार्ग से हर दिन हजारों लोग गुजरते हैं और भूस्खलन के चलते इस मार्ग से गुजरते समय 2 लोगों की जान जा चुकी है तो कई लोग मलबे की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। ऐसे में लोगों की सुरक्षा के साथ-साथ पक्काटाला मोहल्ला में रहने वाले लोगों के घरों को सुरक्षित बनाए रखने के लिए सीमेंट स्प्रे का होना बेहद जरूरी है इसके अलावा दूसरा कोई भी चारा नहीं है इसलिए प्रशासन को इस दिशा में प्रभावी कदम उठाने चाहिए।