पैरापीट तोड़ कर बस खाई में गिरने वाली थी कि बस चालक की मुस्तैदी से हवा में लटक गई
चंबा, 6 अगस्त (ब्यूरो): बस चालक ब्रेक पर खड़ा नहीं होता तो बस में सवार 30 सवारियों की जान चली जाती। राहत की बात यह है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ लेकिन इतना जरूर है कि कुछ समय तक बस में सवार सवारियों की सांसे अटकी रही। यह मामला प्रदेश के सिरमौर जिला से जुड़ा हुआ है।
ब्रेक लगने की वजह से हवा में लटकी बस। जिस वजह से सवार सभी सवारियां सुरक्षित उतर गई।
जानकारी के अनुसार पांवटा-शिलाई नेशनल हाईवे-707 पर बोहराड़ के पास एक निजी बस करीब 300 मीटर गहरी खाई में गिरने से बाल-बाल बच गई। चालक ने यदि सूझबूझ के साथ काम नहीं लिया होता तो बस में सवार सभी 30 सवारियों इस हादसे का शिकार हो जाती। यह मामला उस समय सामने आया जब शुक्रवार की शाम करीब चार बजे पांवटा साहिब-गतधार रूट पर यह निजी बस पांवटा साहिब से शिलाई की तरफ जा रही थी।
हवा में लटकी निजी बस।
कफोटा से करीब 10 किलोमीटर की दूर जब यह बस बोहराड़ के पास पहुंची तो बस के स्टेयरिंग की रॉड टूट गई। इस वजह से बस पर से चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया जिसके चलते बस सड़क किनारे लगे पैरापिट को तोड़कर हवा में लटक गई। बस का आधे से ज्यादा हिस्सा सड़क के बाहर हवा में लटक गया।
ब्रेक लगने से हवा में लटकी बस। जो रॉड टूटने से अनियन्त्रित हो गई थी।
बस चालक ने तुरंत सूझबूझ के साथ काम लिया और वह पूरी तरह से बस की ब्रेक पर खड़ा हो गया। इससे बस एक टायर पर टिका दी। चालक खुद बस की ब्रेक पर खड़ा रहा और उसने सभी यात्रियों को सुरक्षित बस से बाहर निकलने के लिए कहा। उसके बाद यात्रियों ने बस टायर को पत्थर से रोका और चालक को सुरक्षित नीचे उतारा।
यात्रियों का कहना था कि अगर बस चालक इस प्रकार की मुस्तैदी व सूझबूझ दिखाते हुए ब्रेक पर खड़ा नहीं हो जाता आज एक अप्रिय दुर्घटना घटना जाती। उन्होंने कहा कि बस चालक ने बहादुरी दिखाते हुए और अपनी जान को खतरे में डालकर सवारियों को सुरक्षित बस से उतार दिया।