बरसात सिर पर लेकिन अभी तक आर्थिक राहत नहीं मिली

बीती बरसात में घर की पिछली दीवार गिरी लेकिन मुआवजा न मिलने से घर गिरने की कगार में

बनीखेत, 6 जुलाई (गोल्डी): बरसात में घर के पीछे की दीवार भरभरा कर गिर गई थी। अब दूसरी बरसात सिर पर है लेकिन अभी तक आर्थिक राहत नहीं मिली है। इस वजह से इस बार की बरसात कही हमारे परिवार को न निगल ले। यह बात भटियात विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत वैली के गांव खड्डी के रहने वाले सुरेंद्र कुमार का कहना है। 
उसने बताया कि बीते बरसात की भेंट जब उसके घर की दीवार भेंट चढ़ी थी तो सूचना मिलते ही क्षेत्र के पटवारी ने मौका किया और रिपोर्ट बना कर आगे भेज दी। इस प्रक्रिया से प्रभावित परिवार को सरकारी हाथों का सहारा आर्थिक राहत के रूप में मिलने की उम्मीद जगी थी लेकिन अफसोस की बात है कि शिफारिश व पहुंच न होने की वजह से एक वर्ष बीतने वाला है लेकिन अभी तक प्रभावित परिवार को सरकार की ओर से कोई भी आर्थिक मदद जारी नहीं की गई है।
सुरेंद्र-कुमार-अपने-घर-के-बाहर-लगे-BPL-बोर्ड-को-दिखाता-हुआ।-फोटो-चंबा-की-आवाज

सुरेंद्र-कुमार-अपने-घर-के-बाहर-लगे-BPL-बोर्ड-को-दिखाता-हुआ।-फोटो-चंबा-की-आवाज

यही वजह है कि इस बीपीएल परिवार को खस्ता हालत घर में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है। समय रहते इस घर की सुध नहीं ली गई तो इस बार की बरसात कही इस परिवार पर भारी न पड़ जाए।
हम बात कर रहें है भटियात विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत वैली की। इस पंचायत के गांव खड्डी में रहने वाले सुरेंद्र पुत्र पूर्ण के लिए प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों को सरकार द्वारा मुहैया करवाए जाने वाली आर्थिक मदद की योजना कोई मायने नहीं रखती है।
घर के भीतर का दृश्य। फोटो चंबा की आवाज

             बरसात के कारण हुए नुक्सान के बाद घर के भीतर का दृश्य। फोटो चंबा की आवाज

इसकी वजह यह है कि इस परिवार को बीते वर्ष की बरसात ने जो नुक्सान पहुंचाया उससे यह परिवार आज तक उबर नहीं पाया है। सुरेंद्र कुमार का परिवार यूं तो बीपीएल सूची में शामिल है लेकिन अभी तक न तो उसे अपना घर की मुरम्मत करने के लिए और न ही उसका नये सिर से निर्माण करने के लिए कोई भी सरकारी आर्थिक मदद नहीं मिली है।
सुरेंद्र कुमार अपनी पत्नी व तीन बच्चों के साथ जिस घर में रहता है उसकी दरो-दीवारे इस कदर कमजोर हो चुकी हैं कि शायद ही वह इस बार की बरसात की मार को झेल पाए। मकान की गिरी हुई दीवार अब तक ठीक नहीं हो पाई है तो वहीं सुरेंद्र का कहना है कि वह मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार को इस महंगाई के दौर में पेट भरे या फिर घर की मुरम्मत करवाए।
उसका कहना है कि घर की पिछली दीवार गिरने के समय उसे आर्थिक मदद दिलवाने की बात कही गई थी एक वर्ष होने को आया है लेकिन अभी तक उसे सरकारी आर्थिक मदद के नाम पर एक रूपया भी नहीं मिला है।
उसने प्रशासन से अपनी इस मांग को लेकर गुहार लगाई है। लोगों का कहना है कि डल्हौजी उपमंडल प्रशासन को इस मामले पर गंभीरता दिखानी होगी ताकि भोला राम का जीव की कहानी कहीं सुरेंद्र के परिवार पर चरित्रार्थ न हो जाए।
इस बारे में एस.डी.एम. डल्हौजी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला ध्यान में लाया गया है। जिसके चलते इस पूरे मामले के बारे में पूरी जानकारी हासिल की जाएगी और उसके अनुरूप आगामी कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा।
जगन ठाकुर एस.डी. एम.डल्हौजी
फिलहाल यह मामला ध्यान में नहीं है लेकिन इस बारे में जानकारी हासिल की जाएगी और सरकारी नियमों के अनुरूप उसे आर्थिक राहत राशि जारी करवाई जाएगी।
  • बिक्रम सिंह जरयाल विधायक भटियात विधानसभा क्षेत्र
  • बिक्रम जरयाल विधायक भटियात विधानसभा 

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