बनीखेत-खैरी मार्ग पर श्मशान घाट के पास खुले में फेंका जा रहा कूड़ा

उपमंडल प्रशासन, वन विभाग, पंचायत व राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्यशैली पर सवालिया निशान लग रहे

बनीखेत, 3 फरवरी (गोल्डी): एक और जहां केंद्र सरकार करोड़ों रुपऐ स्वच्छता भारत अभियान के अंतर्गत खर्च करके हमें जागरुक कर रहीं लेकिन कुछ लोग सरकार के इन प्रयासों को असफल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहें हैं। इस तरह की स्थिति इन दिनों बनीखेत में देखी जा सकती है। बनीखेत-खैरी (नजदीक श्मशान घाट बनीखेत) में जगह-जगह कूड़े के अंबार लगे हैं जोकि मानो किसी बड़े हादसे को न्योता देते नजर आते हैं। कुछ लोगों द्वारा कूडे़ को इस तरह खुले में फैंका जा रहा है कि हर तरफ बदबू व गंदगी का साम्राज्य स्थापित हो चुका है। आने वाले गर्मियों के दिनों में भी अगर इस स्थान पर इसी प्रकार की स्थिति बनी रहती है तो कई प्रकार के रोग पनप सकते हैंं। यही नहीं इस प्रकार फिर खुले में गंदगी फैलाने और कूड़ा फेंकने की वजह से जंगली जानवर भी इस ओर आकर्षित होंगे जोकि यहां से गुजरने वाले लोगों के लिए खतरा बन सकते हैं।

गौरतलब है कि पिछले कुछ ही समय पहले बनीखेत और डल्हौजी में भालुओं द्वारा लोगों पर हमला करके उन्हें बुरी तरह से घायल करने की कई घटनाएं घट चुकी है। ऐसे में स्थान पर खुले में फेंका गया कूड़ा न सिर्फ जानलेवा रोगों को पैदा करने का काम करेगा बल्कि जंगली जानवरों को भी अपनी तरफ आकर्षित करेगा। दोनों स्थितियों में यहां से सुबह-शाम सैर के लिए गुजरने वाले लोगों की जान पर बन सकती है। इस समस्या से लोगों को कभी निजात मिल सकती है जब संबंधित पंचायत, उपमंडल प्रशासन व राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड इस मामले के प्रति अपनी गंभीरता दिखाते हुए इस प्रकार से खुले में गंदगी फेंकने वाले लोगों के प्रति कड़ा रुख अपनाएं। लोगों का कहना है कि अगर यही स्थिति बनी रहती है और इस मामले के प्रति कोई भी गंभीरता नहीं दिखाता है तो यह हरी-भरी जमीन कूड़े के ढेर में बदल जाएगी। जिससे पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचेगा। देखना होगा कि इस मामले के सामने आने के बाद संबंधित पंचायत, वन विभाग, उप मंडल प्रशासन व राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड क्या कार्रवाई करता है।