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2:13 pm, Sunday, 20 April 2025

पीएम का सपना होगा साकार,अब यह भी बनेंगे रोजगार के आधार

जागो युवा जागो प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना केेेेे माध्यम से औषधीय पौधों की युवा जानकारी हासिल कर रहे

चंबा, 12 मार्च (रेखा): भारत के युवाओं में कौशल का विकास करने के लिए भारत सरकार ने जागो युवा जागो प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का हिस्सा बनो योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को विभिन्न कार्यों में सक्षम बना कर देश में रोजगार लाना है। इस योजना के अंतर्गत कम से कम देश के 24 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करना है। कृषि विज्ञान केंद्र चंबा स्थित सरू में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत औषधीय पौधे उत्पादक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। लंबी अवधि के प्रशिक्षण शिविरों में 25 दिनों तक चंबा जिला के युवाओं को 200 घंटे का प्रशिक्षण दिया गया। पूछ दिए पूछ उत्पादक प्रशिक्षण शिविर जो फरवरी माह से प्रारंभ हुए थे का समापन 11 मार्च, 2021 को किया गया।

लंबी अवधि के इन प्रशिक्षण शिविर में जिला चंबा के 40 युवाओं ने हिस्सा लिया। इन 200 घंटे अवधि वाले प्रशिक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य युवाओं को औषधीय पौधों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाना और उन्हें इस क्षेत्र में स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना था। कृषि विज्ञान केंद्र चंबा के वैज्ञानिक एवं प्रशिक्षण शिविरों के समन्वयक डॉक्टर केहर सिंह ठाकुर ने कहा कि इन पक्षी दिवसीय प्रशिक्षण शिविरों में चंबा में पाई जाने वाले औषधीय पौधों के बारे में विस्तृत जानकारी युवाओं को दी गई। नर्सरी में क्यारियां बनाना, मिट्टी की धनिया भरना, उसमें बीच डालना और उसे तैयार करना, सभी विषयों की जानकारी युवाओं को दी गई। इन प्रशिक्षण शिविरों के दौरान युवाओं को विभिन्न विभिन्न जगहों का भ्रमण करवाया गया ताकि वे अलग-अलग क्षेत्रों में पाई जाने वाली वनस्पति को जान सके और उन्हें पहचान सके। भ्रमण के दौरान कालाटॉप खजियार वन्य प्राणी स्थल, लग्गा गांव साहू, कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर, IHBT, पालमपुर, चिड़ियाघर गोपालपुर और आयुर्वेदिक संस्थान जोगिंदर नगर मंडी में युवाओं को औषधीय पौधों के बारे में विस्तृत जानकारी मुहैया करवाए। इन प्रशिक्षण शिविरों में दो लड़कियों ने भी हिस्सा लिया और अपनी रुचि औषधीय पौधे उत्पादन में दिखाई। प्रशिक्षण शिविर खत्म होने से पहले युवाओं को परीक्षा से गुजरना पड़ता है और इसके लिए ऑनलाइन परीक्षा, प्रैक्टिकल परीक्षा और वाइवे से गुजरना पड़ता है। जो प्रशिक्षु इस परीक्षा में पास हो जाते हैं उन्हें भारत सरकार द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाता है। कृषि विज्ञान केंद्र चंबा के वैज्ञानिक डॉक्टर के. सिंह ठाकुर ने कहा कि इन प्रशिक्षण शिविरों में भरमौर ब्लॉक, मैहला ब्लॉक, चंबा ब्लॉक, सलूणी ब्लॉक और चुराह ब्लॉक के युवाओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर कोई चंबा जिला का किसान, बागवान और युवा इस तरह के लंबी अवधि वाले प्रशिक्षण शिविरों में हिस्सा लेना चाहते हैं तो वे कृषि विज्ञान केंद्र चंबा को संपर्क कर सकते हैं। इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों के लिए अभ्यार्थी का भारत का नागरिक होना जरूरी है, वह कम से कम पांच तक शिक्षा प्राप्त हो।

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VINOD KUMAR

BJP MP big statement : बीजेपी सांसद का कांग्रेस पर बड़ा हमला, बोले इसलिए हल्ला मचा रही

पीएम का सपना होगा साकार,अब यह भी बनेंगे रोजगार के आधार

Update Time : 07:06:40 am, Friday, 12 March 2021

जागो युवा जागो प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना केेेेे माध्यम से औषधीय पौधों की युवा जानकारी हासिल कर रहे

चंबा, 12 मार्च (रेखा): भारत के युवाओं में कौशल का विकास करने के लिए भारत सरकार ने जागो युवा जागो प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का हिस्सा बनो योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को विभिन्न कार्यों में सक्षम बना कर देश में रोजगार लाना है। इस योजना के अंतर्गत कम से कम देश के 24 लाख युवाओं को प्रशिक्षित करना है। कृषि विज्ञान केंद्र चंबा स्थित सरू में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत औषधीय पौधे उत्पादक प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। लंबी अवधि के प्रशिक्षण शिविरों में 25 दिनों तक चंबा जिला के युवाओं को 200 घंटे का प्रशिक्षण दिया गया। पूछ दिए पूछ उत्पादक प्रशिक्षण शिविर जो फरवरी माह से प्रारंभ हुए थे का समापन 11 मार्च, 2021 को किया गया।

लंबी अवधि के इन प्रशिक्षण शिविर में जिला चंबा के 40 युवाओं ने हिस्सा लिया। इन 200 घंटे अवधि वाले प्रशिक्षण शिविर का मुख्य उद्देश्य युवाओं को औषधीय पौधों के बारे में जानकारी उपलब्ध करवाना और उन्हें इस क्षेत्र में स्वरोजगार के लिए प्रेरित करना था। कृषि विज्ञान केंद्र चंबा के वैज्ञानिक एवं प्रशिक्षण शिविरों के समन्वयक डॉक्टर केहर सिंह ठाकुर ने कहा कि इन पक्षी दिवसीय प्रशिक्षण शिविरों में चंबा में पाई जाने वाले औषधीय पौधों के बारे में विस्तृत जानकारी युवाओं को दी गई। नर्सरी में क्यारियां बनाना, मिट्टी की धनिया भरना, उसमें बीच डालना और उसे तैयार करना, सभी विषयों की जानकारी युवाओं को दी गई। इन प्रशिक्षण शिविरों के दौरान युवाओं को विभिन्न विभिन्न जगहों का भ्रमण करवाया गया ताकि वे अलग-अलग क्षेत्रों में पाई जाने वाली वनस्पति को जान सके और उन्हें पहचान सके। भ्रमण के दौरान कालाटॉप खजियार वन्य प्राणी स्थल, लग्गा गांव साहू, कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर, IHBT, पालमपुर, चिड़ियाघर गोपालपुर और आयुर्वेदिक संस्थान जोगिंदर नगर मंडी में युवाओं को औषधीय पौधों के बारे में विस्तृत जानकारी मुहैया करवाए। इन प्रशिक्षण शिविरों में दो लड़कियों ने भी हिस्सा लिया और अपनी रुचि औषधीय पौधे उत्पादन में दिखाई। प्रशिक्षण शिविर खत्म होने से पहले युवाओं को परीक्षा से गुजरना पड़ता है और इसके लिए ऑनलाइन परीक्षा, प्रैक्टिकल परीक्षा और वाइवे से गुजरना पड़ता है। जो प्रशिक्षु इस परीक्षा में पास हो जाते हैं उन्हें भारत सरकार द्वारा प्रमाण पत्र दिया जाता है। कृषि विज्ञान केंद्र चंबा के वैज्ञानिक डॉक्टर के. सिंह ठाकुर ने कहा कि इन प्रशिक्षण शिविरों में भरमौर ब्लॉक, मैहला ब्लॉक, चंबा ब्लॉक, सलूणी ब्लॉक और चुराह ब्लॉक के युवाओं ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर कोई चंबा जिला का किसान, बागवान और युवा इस तरह के लंबी अवधि वाले प्रशिक्षण शिविरों में हिस्सा लेना चाहते हैं तो वे कृषि विज्ञान केंद्र चंबा को संपर्क कर सकते हैं। इस तरह के प्रशिक्षण शिविरों के लिए अभ्यार्थी का भारत का नागरिक होना जरूरी है, वह कम से कम पांच तक शिक्षा प्राप्त हो।