नगर निकाय चुनावों के दौरान डल्हौजी में दो गुटों में बंटी भाजपा फिर हुई एकजुट

वन मंत्री राकेश पठानिया पार्टी हाईकमान की उम्मीदों पर खरा उतरे।

चंबा, 14 जनवरी (विनोद कुमार): नगर परिषद डल्हौजी के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर भाजपा समर्थित विजेताओं के काबिज होने का रास्ता साफ हो गया है। पार्टी हाईकमान द्वारा डलहौजी में गुटों में बंटी भाजपा को एकजुट करने का जिम्मा वन मंत्री राकेश पठानिया को सौंपा गया था जिसके चलते वीरवार को राकेश पठानिया ने डलहौजी पहुंचकर भाजपा के जिला कार्यकारी अध्यक्ष डीएस ठाकुर व राज्य योजना बोर्ड के सदस्य मनोज चड्ढा के साथ बैठक कर नगर निकाय चुनावों के बाद पैदा हुई स्थिति को लेकर घंटो तक चर्चा की जिसके बाद दोनों गुटों के बीच चुनावों के दौरान पैदा हुई खाई को पाटने में सफलता हासिल की। गौरतलब है कि 9 वार्डों वाली नगर परिषद डल्हौजी में भाजपा द्वारा घोषित किए गए पैनल जिसकी अगुवाई भाजपा के जिला कार्यवाहक अध्यक्ष डी.एस. ठाकुर कर रहे थे ने 4 वार्डों में जीत हासिल की। भाजपा के ही मनोज चड्ढा वाले पैनल से भी 4 ने विजय हासिल की थी। लेकिन अपने अपने विजेताओं को नगर परिषद का अध्यक्ष व उपाध्यक्ष मनोनीत करवाने की होड़ के चलते दोनों गुट अपने-अपने सुर अलाप रहे थे। इस स्थिति से पार पाने के साथ-साथ अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के नामों को लेकर हो रही देरी की वजह से भाजपा की किरकिरी से पार्टी को बचाने के लिए यह बैठक आयोजित हुई। 18 जनवरी को नवनिर्वाचित पार्षदों के लिए शपथ समारोह आयोजित होना है। इन तमाम बातों को मध्य नजर रखते हुए भाजपा 18 जनवरी को नवनिर्वाचित पार्षदों के लिए आयोजित होने वाले शपथ समारोह कार्यक्रम के दौरान ही अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद की भी शपथ करवाना चाहती है। इन तमाम बातों को मध्य नजर रखते हुए भाजपा हाईकमान ने इस गुत्थी को सुलझाने का जिम्मा वन मंत्री को सौंपा था। जानकारी के अनुसार इस बैठक में डी.एस. ठाकुर व मनोज चड्ढा अपने विजेता पार्षदों के साथ मौजूद रहे। राकेश पठानिया ने दोनों गुटों में सामंजस्य स्थापित करते हुए डल्हौजी में भाजपा को एक बार फिर एकजुटता में ला दिया है। राकेश पठानिया से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि डल्हौजी में भाजपा पूरी तरह से एकजुट है और जहां तक कांग्रेस की बात है तो उसके समर्थक विजेता पार्षद ने बगैर किसी शर्त के भाजपा को ज्वाइन कर लिया है। जिस वजह से आप डल्हौजी नगर परिषद के सभी 9 वार्ड भाजपा की झोली में आ गए हैं।