जल शक्ति मंत्री टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे

जल शक्ति मंत्री द्वारा अध्यापकों पर की गई टिप्पीण की प्राथमिक शिक्षक संघ शिक्षा खंड  सिहुंता ने खजियार में चंबा पुलिस ने की यह बेहतरीन व्यवस्थानिंदा की 

सिहुंता, 5 जुलाई (इशपाक खान): जन शक्ति मंत्री अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे नहीं तो अध्यापक वर्ग उनका जगह-जगह पर घेराव करेगा। प्राथमिक शिक्षक संघ शिक्षा खंड सिहुंता के अध्यक्ष योगराज शर्मा ने जारी अपने ब्यान में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्री के इस ब्यान से जहां उनकी अध्यापकों के प्रति मानसिकता का प्रमाण है तो साथ ही अध्यापक वर्ग के मनोबल को प्रभावित करना वाला है।
उन्होंने कहा कि हिमाचल में लगभग 25 हजार से अधिक प्राथमिक शिक्षक, 50 हजार से अधिक माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक पाठशालाओं के समस्त शिक्षक वर्ग, कॉलेजों और निजी स्कूलों के कुल शिक्षकों को मिलाकर यह संख्या लगभग चार लाख से अधिक है।
कोविड काल में सरकार और विभाग के साथ रात-दिन निरंतर अपनी सेवाएं राज्य व जिला प्रवेश द्वार,एक्टिव केस फाइंडिंग, संगरोध केंद्रों, होम आइसोलेशन में रह रहें संक्रमित रोगियों की जियो टैगिंग की।
जिसके माध्यम से स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन को ऐसे संक्रमित रोगियों की जानकारी मिली। यही नहीं माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार लॉकडाउन में भी बच्चों को चावल और भोजन खर्च निरंतर उपलब्ध करवाने सहित इस प्रकार के अनगिनत कार्यों को इस वर्ग ने अंजाम दिया।
इन कार्यों को अंजाम देते हुए कई अध्यापकों के संक्रमित होने से उनकी जान चली गई। जिसमें एनपीएस योजना के दायरे में आने वाले अध्यापकों की संख्या अधिक रही। इस वजह से प्रभावित परिवारों को सरकार ने किसी भी प्रकार की आर्थिक राहत नहीं दी।
जब मुख्यमंत्री ने राहत कोष में स्वेच्छा से 1 दिन का वेतन देने की अपील की तो समस्त शिक्षकों ने तीन-चार बार अपना 1 दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया।
यह राशि करोड़ों रुपयों में थी जिसमें से प्राथमिक शिक्षक संगठन द्वारा ही लगभग दो करोड़ का आर्थिक अंशदान किया गया। इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकारों ने करो ना कॉल में पिछले डेढ़ वर्ष से महंगाई भत्ते की तीन किश्तें अभी तक फ्रीज रखी हैं।
एक तरफ केंद्र और राज्य सरकार सभी शिक्षकों को फ्रंटलाइन वर्कर घोषित करते हुए टीकाकरण में प्राथमिकता देते हुए शीघ्र पाठशालाओं को खोलने की तैयारी कर रही है।
जैसे ही संक्रमण दर घटेगी और बच्चों में भी संक्रमण का खतरा कम होगा तो जल्द स्कूल खोले जा सके और दूसरी तरफ एक बड़बोले जल शक्ति मंत्री द्वारा ऐसा बयान देना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
प्राथमिक शिक्षक संघ सिहुंता जिला चंबा की तरफ से जल शक्ति मंत्री के इस ब्यान की कड़ी भर्त्सना करते हुए विरोध जताते हैं तथा मांग करते हैं कि वह जल्दी से जल्दी मंच के माध्यम से शिक्षक समाज से माफी मांगे और अपने बयान को वापस लें अन्यथा विभिन्न शिक्षक संगठनों द्वारा जगह-जगह पर उनके विरोध में प्रदर्शन किए जाएंगे।

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