तेल के बाद चीनी के दाम बढ़ाने की तैयार

सरकार ने दामों के बढौतरी करने की तैयारी शुरू की

चम्बा की आवाज, 5 जून (ब्यूरो): डिपुओं से मिलने वाले तेल के दामों में बढ़ौतरी होने के बाद अब सरकारी चीनी के दाम में बढ़ौतरी करने जा रही है। प्रदेश ने डिपुओं में मिलने वाली चीनी के दामों में बढ़ाने की तैयारी करनी शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि दामों में बढ़ौतरी होने का कारण उपभोक्ताओं को बंद पैकेट में चीनी को मुहैया करवाया जाना है।

3 से 4 रुपए तक की बढ़ौतरी होगी

पैकेट बंद चीनी मुहैया करवाने के बदले में सरकार चीनी के दाम में 3 से 4 रुपए तक की बढ़ौतरी कर सकती है। अब या तो यह बढ़ौतरी सरकार वहन करेगी या फिर उपभोक्ताओं से ज्यादा कीमत वसूली जाएगी। खाद्य आपूर्ति निगम ने इसका प्रस्ताव तैयार कर लिया है। प्रदेश कैबिनेट की आयोजित होने वाली अगली बैठक में इस पर निर्णय लेने की संभावना जताई जा रही है।


राज्य में इस समय इतने कार्ड धारक है

इस पहाड़ी राज्य में 18.50 लाख राशनकार्ड उपभोक्ता हैं। इन राशन कार्ड धारकों को सरकार की तरफ से उपभोक्ताओं को डिपुओं के माध्यम से 3 दालें, 2 लीटर तेल, 600 ग्राम प्रति उपभोक्ता चीनी और एक किलो नमक दिया जा रहा है। ऐसे में चीनी के दाम बढने से इन राशन कार्ड धारकों पर अतिरिक्त आर्थिक बौझ पड़ेगा।
केंद्र यह राशन दे रहा
आटा और चावल केंद्र सरकार उपलब्ध करा रही है। गरीब परिवारों को 19 रुपए और एपीएल उपभोक्ताओं को 30 रुपये के हिसाब से चीनी दी जा रही है। खाद्य आपूर्ति निगम के एमडी मानसी सहाय ने बताया कि डिपुओं में आधा और एक किलो की पैकिंग में चीनी उपलब्ध कराई जानी है। रेट में बढ़ौतरी हो सकती है। बढ़े दाम या सरकार देगी या फिर उपभोक्ताओं से वसूला जाएगा।

अक्सर उपभोक्ताओं की रहती है यह शिकायत
उपभोक्ताओं की अक्सर शिकायत रहती है कि उन्हें गीली चीनी मिल रही है। ऐसे में पैकेट बंद लिफाफे में चीनी दी जानी है। इस वजह से लिफाफा लगाने पर जो खर्च आएगा उसे उपभोक्ताओं पर डाला जाएगा। चूंकि सामने चुनाव खड़े हैं ऐसे में अगर सरकार इस आर्थिक बौझ को सरकारी खजाने पर डालने घोषणा करे तो कोई हैरानी नहीं होगी।