चिकित्सकों की कमी के चलते जिला के डीसीएच की कभी भी फूल सकती हैं सांसे

मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने सरकार से मांगे 35 चिकित्सक, अब तक महज तीन मिले

चंबा, 20 मई ( विनोद): जिस तरह से पिछले कुछ दिनों के दौरान जिला चंबा में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में ईजाफा हो रहा है। उसके चलते मेडिकल कॉलेज अस्पताल चंबा की कभी भी सांसे फूल सकती है। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मौजूदा सक्रिय डीसीएच, जिसमें 80 कोरोना रोगियों के उपचार की व्यवस्था मौजूद है। उस डीसीएच में वीरवार को 71 रोगी उपचार के लिए भर्ती हैं। यानी अब डीसीएच में महज 9 बैड खाली हैं। आने वाले दिनों में अगर ये खाली बैड भी भर जाते हैं तो जिला मुख्यालय में कोविड उपचार के लिए आने वाले नए मामलों को संभाल पाना अस्पताल प्रबंधन के लिए मुश्किल हो जाएगा। हालांकि पिछले दिनों जिला तपेदिक अस्पताल परिसर में कोविड सेंटर की व्यवस्था करके 30 रोगियों के उपचार का प्रबंध किया गया था। लेकिन चिकित्सकों की कमी के चलते इसे करना पड़ा था। जानकारी के अनुसार इस स्थिति‌ को भांपते हुए मेडिकल कॉलेज प्रबंधन मेडिकल कॉलेज चंबा को 20 चिकित्सा अधिकारी व 15 विशेषज्ञ चि‌कित्सक मुहैया करवाने के लिए बीते 2 माह के दौरान करीब 4 बार इस मामले को लेकर सरकार को पत्र भेज चुका है। मगर अभी तक जिला को महज 3 चिकित्सा अधिकारी व 1 चिकित्सा विशेषज्ञ मुहैया हुआ है। हैरान करने वाली बात है। कि यह चिकित्सक भी महज तीस जून तक जिला चंबा में अपनी सेवाएं देंगे। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की माने तो डीसीएच में उपचराधीन रोगियों के ठीक होने की रफ्तार तेज नहीं होती है और गंभीर मामलों के सामने आने का दौर नहीं थमता है तो जिला मुख्यालय के डीसीएच की सांसे फूल जाएंगी। देखना होगा कि जिला चंबा की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार कब अपनी गंभीरता दिखाती है।

क्या कहते हैं मेडिकल कॉलेज चंबा के एचओपीडी मेडिसिन


यह बात सही ‌है कि वीरवार को डीसीएच में महज 9 बैड ही खाली शेष बचे थे। तो वहीं जिला तपेदिक अस्पताल में कोविड रोगियों के उपचार की व्यवस्था तो मौजूद है, लेकिन चिकित्सकों की कमी से मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को इसे चलाने में परेशानी पेश आ सकती है। सरकार को वास्तुस्थिति से अवगत करवाया जा चुका है।
डॉक्टर पंकज गुप्ता एचओपीडी मेडिसिन विभाग

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