मंगलवार सुबह साढे 11 बजे जांच करवाई, बुधवार साढ़े 4 बजे दवाई मिल पाई
चंबा, 5 मई ( विनोद): सरकार भले बेहतर चिकित्सा व्यवस्था के दावे करे लेकिन जिला चंबा में इन दावों की उसमें पोल खुल गई जब एक क्रोना संक्रमित व्यक्ति को उपचार के लिए 30 घंटे तक का इंतजार करना पड़ा। हैरानी की बात है कि कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने के 24 घंटे बाद भी उक्त संक्रमित व्यक्ति का उपचार करवाने के लिए उसके परिजनों को बार-बार स्वास्थ्य विभाग से संपर्क करना पड़ा तब जाकर 30 घंटे के बाद संक्रमित व्यक्ति को दवाई सुविधा मुहैया करवाई गई। यह मामला जिला मुख्यालय का है जहां के एक व्यक्ति ने अपनी जागरूकता का परिचय देते हुए मंगलवार को करीब साढ़े 11 बजे ऐतिहासिक चंबा चौगान में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित कोरोना जांच केंद्र में जाकर अपनी जांच करवाई तो उस जांच में उसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उस व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग द्वारा होम आइसोलेट होने का परामर्श दिया गया तो साथ ही उसे अगले 20 मिनट के भीतर घर में ही दवाई मिलने की बात कही गई। संक्रमित व्यक्ति नए घर में पहुंचकर खुद को होम आइसोलेट कर लिया लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने 30 घंटे के बाद उसे दवा की डोज पहुंचाई जबकि उस व्यक्ति का घर मेडिकल कॉलेज अस्पताल चंबा से महज आधे किलोमीटर की दूरी पर है। यह व्यवस्था अपने आप में चौंकाने वाली है क्योंकि वर्तमान में कोरोना को महामारी घोषित किया गया है और इस महामारी से निपटने के लिए पुख्ता व्यवस्था के दावे किए जाते हैं लेकिन बुधवार को इस मामले के सामने आने पर जिला में कोरोना को लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था के दावों पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लग गया है। शहर के बीचो बीच रहने वाले इस संक्रमित व्यक्ति की व्यथा को सुनने के बाद मन में यह सवाल पैदा होता है कि दूरदराज के क्षेत्रों में यह व्यवस्था कितनी पुख्ता होगी। यह बात ध्यान में लाई गई है जिसके चलते इस बारे में स्वास्थ्य विभाग से पूछा जाएगा। डी.सी. राणा उपायुक्त चंबा