केंद्र के बजट में हिमाचलियों को निराश किया

केंद्र सरकार की अनदेखी के बाद प्रदेश सरकार पर टीकी प्रदेशवासियों की निगाहे

चंबा, 5 फरवरी (विनोद): केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित बजट में हिमाचल प्रदेश के नाम का कहीं जिक्र ही नहीं किया गया है। इससे यह लगता है कि केंद्र सरकार को हिमाचल व हिमाचलवासियों की कोई फिक्र ही नहीं। ब्लाक कांग्रेस कमेटी चम्बा के अध्यक्ष करतार सिंह ठाकुर ने जारी अपने ब्यान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस बार पेपरलैस बजट प्रस्ताव प्रस्तुत करेगी उसके कई मायने हैं। डिजीटल बजट में प्रदर्शित झूठी ब्यानबाजी को कभी भी डिलीट या अल्टर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब से केंद्र मे एनडीए सरकार है तब से हिमाचलवासियों को निराशा ही मिली है। ठाकुर ने कहा कि अगर प्रदेश सरकार चाहे तो अपने प्रस्तावित होने वाले बजट मे भी कुछ कर सकती है। प्रदेश सरकार द्वारा केंद्र से मिलने वाली ग्रांट इन एड के पैसे से अपनी नकली ब्रांडिंग की जा रही है और केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजनाओं के बडे-बडे होर्डिंग्स लगाकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। उन्होने कहा कि इस बार भी केंद्र सरकार से मिलने वाली आर्थिक सहायता में भारी कटौती की गई है, जिस पर हिमाचल सरकार चुप्पी साधे हुए है। हिमाचल पथ परिवहन निगम के कर्मचारियों व पैंशनरों को निर्धारित समय पर वेतन व पैंशन का भुगतान नहीं हो रहा । उन्होंने कहा कि बिजली संशोधन बिल व बिजली बोर्ड के निजीकरण करने के लिए भी सरकार ने अपने कदम बढा़ दिए है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार नए उद्योग तो क्या स्थापित करेगी, बल्कि पूर्व कांग्रेस सरकार के समय से स्थापित बोर्ड व निगम उससे संभाले नहीं जा रहें हैं। मंहगाई पर तो नियंत्रण पाने मे प्रदेश सरकार विफल साबित हुई है। बाजार के दामों व डिपूओं में मिलने वाले राशन की कीमत अब बिल्कुल समान ही हो गई है। पैट्रोल, डीजल व घरेलू गैस की कीमतों मे भी सरकार बढौत्तरी करके आम लोगों की मुश्किलें बढा़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को अपने बजट में प्रदेश के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों, यहाँ के आम लोगों की आवश्यकताओं व आर्थिक विषमताओं को ध्यान में रखकर ही मसौदा तैयार करना चाहिए ताकि प्रदेशवासी साधारण परिस्थियों में अपना जीवन यापन कर सकें।