850 मेगावाट परियोजना का एनएचपीसी व जेएंडके मिलकर निर्माण करेंगे

किश्तवाड़ के चिनाब नदी पर रन ऑफ रिवर योजना के लिए रतले हाईड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड का गठन हुआ

चंबा, 4 जून (रेखा): 850 मेगावाट जलविद्युत परियोजना निर्माण को एनएचपीसी व केंद्र शासित जम्मू-कश्मीर राज्य अंजाम देंगे। इसके लिए रतले हाईड्रोइलेक्ट्रक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड का गठन किया गया। केंद्र शासित राज्य जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्थित चिनाब नदी पर एक रन ऑफ रिवर योजना के निमार्ण के लिए एचपीसीसी लिमिटेट व केंद्र शासित जम्मू कश्मीर स्टेट पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड मिल कर कार्य करेगी और इसके लिए एनएचपीसी और जम्मू कश्मीर स्टेट पावर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (JKSPDC) के साथ क्रमशः 51% और 49% की इक्विटी हिस्सेदारी के साथ निगमित किया गया है।एनएचपीसी प्रवक्ता ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में जेकेएसपीडीसी, एनएचपीसी और तत्कालीन जम्मू व कश्मीर सरकार द्वारा एक त्रिपक्षीय समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए थे। रतले जलविद्युत परियोजना के कार्यान्वयन के लिए एक संयुक्त उद्यम कंपनी, “रतले हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड” का गठन किया है जिसमें एनएचपीसी व केंद्री शासित जम्मू-कश्मीर की भागेदारी सुनिश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि भारत की प्रमुख जलविद्युत कंपनी ने 850 मेगावाट रतले जलविद्युत परियोजना को इस योजना के तहत अंजाम दिया जाएगा। इस जलविद्युत परियोजना केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्थित चिनाब नदी पर एक रन ऑफ रिवर योजना है जिसके निर्माण से एनएचपीसी एक और उपलब्धि अपने नाम करने में सफल हो जाएगा। चालू वर्ष की 3 जनवरी को रतले जलविद्युत परियोजना के कार्यान्वयन हेतु केन्द्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) (विद्युत और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा) और राज्य मंत्री (कौशल विकास और उद्यमिता) आर.के. सिंह, केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास (डोनर) राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह एवं माननीय उपराज्यपाल केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर मनोज सिन्हा की उपस्थिति में एक पूरक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। विद्युत मंत्रालय से पहले ही 850 मेगावाट की रतले जलविद्युत परियोजना के निर्माण के लिए 5281.94 करोड़ रुपए नवंबर 2018 मूल्य स्तर पर की अनुमानित लागत पर निवेश मंजूरी प्राप्त हो गई है। तत्पश्चात बीते माह की 4 मई को प्रमोटर समझौते पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे रतले हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को निगमित किया गया।