सरकार भी त्योहारी सीजन में कर्मचारी वर्ग की परेशानी से बनी है अंजान
चंबा, 19 अक्तूबर (विनोद कुमार): त्योहारी सीजन में पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज चंबा में आऊट सोर्स कर्मचारी वर्ग की दिवाली फिकी रहने वाली है। यह निराशाजनक स्थिति इसलिए बनी हुई है क्योंकि संबन्धित कंपनी समय पर अपने कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं कर रही है। ऐसे में इस आऊट सोर्स कर्मचारी वर्ग अभी से चिंताजनक स्थिति का सामना करने के लिए मजबूर है।
इस त्योहारी सीजन के चलते दशहरा में अपना वेतन मिलने की इस वर्ग में उम्मीद थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हैरान करने वाली बात है कि इस कर्मचारी वर्ग की सुध लेने की फुर्सत किसे है। कोई चुनाव प्रचार में व्यस्थ है तो कोई अपनी मौज में मस्त है। कंपनी की कारगुजारी को लेकर मंगलवार को आउट सोर्स कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल मेडिकल कॉलेज चंबा के प्राचार्य डॉ. रमेश भारती से मिला।
कर्मचारियों ने कंपनी की मनमानी से प्राचार्य को अवगत करवाया। कर्मचारी राजेंद्र कुमार, अशोक ठाकुर, महेंद्र, मनीष टंडन, अनवर, कुमारी पूजा, पूनम, काजल, मधु व राधा का कहना है कि श्रम विभाग द्वारा निर्धारित की गई महीने के 7 तारीख को कंपनी वेतन नहीं दे रही है। दो महीने के बाद कर्मचारियों को वेतन दिया जाता है।
श्रम कानून के तहत कंपनी को अपने कर्मचारियों को पहचान पत्र देना जरुरी है लेकिन अफसोस की बात है कि जिला मुख्यालय में मौजूद जिला के इस सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान में ही श्रम कानूनों की पूरी तरह से अनदेखी की जा रही है।
यही नहीं हैरान करने वाली बात है कि संबन्धित कंपनी ने अभी तक अपने इस कर्मचारियों और उनके परिवार के भविष्य को ध्यान में रखते हुए बीमा भी नहीं करवाया है। यही वजह है कि यह कंपनी श्रम कानूनों को वगैर परवाह किए अपनी जेब भरने में कोई कोताही नहीं बरत रही है।
निजी कंपनी कर्मचारियों की वरिष्ठता सूची जारी नहीं कर रही है। निजी सुरक्षा कंपनी द्वारा कई कर्मचारियों के खाते में ईपीएफ का पैसा नहीं डाला गया है। कंपनी की ओर से पिछले चार सालों से अपने कर्मचारियों को वर्दी, दिवाली बोनस, छुट्टी का नकद भुगतान और यात्रा भत्ता तक नहीं दिया गया है।
मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा व्यवस्था संभालने वाली निजी सुरक्षा महिला कर्मियों को आज तक एक कमरे की सुविधा तक मुहैया नहीं करवाई गई है। इसको लेकर महिला सुरक्षा कर्मी कई बार प्रबंधन से मांग कर चुकी हैं लेकिन अभी तक स्थिति जस की तस बनी हुई है।
इन सभी मांगों व समस्याओं को लेकर कर्मचारी पहले भी मेडिकल कॉलेज प्रबंधन व जिला प्रशासन को अवगत करवा चुके हैं। इन पर उन्हें आश्वासन तो जरुर मिले लेकिन अभी तक उन्हें उनका हक नहीं दिलाया जा सका है।
बेहद हैरान करने वाली बात है कि प्रदेश की जयराम सरकार भी लोगों को उनका हक व न्याय दिलाने की बातें करती है लेकिन उनकी सरकार में ही यह सब कुछ हो रहा है। प्रदेश सरकार का इस त्योहारी सीजन में इस तरह से इस मामले से अंजान बने रहने के चलते इस कर्मचारी वर्ग में सरकार के प्रति भी रोष पनपने लगा है।