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कई जिंदगियों को बचाने वाला चूहा हुआ सेवानिवृत

कई सम्मान हासिल कर चुका है तो कई वर्षों तक सरकारी नौकरी की

चम्बा, 8 जून (ब्यूरो): जब भी हम किसी को डरपोक की संज्ञा देते है तो उसे चूहां कह कर पुकारते हैं लेकिन आज हम आपकों एक ऐसे चूहे के बारे में बताने जा रहें है जो न सिर्फ सरकारी नौकरी करता था बल्कि अपनी नौकरी के दौरान उसने कई जिंदगियों को बचाने में अहम भूमिका निभाई। अब यह चूहा अपनी नौकरी से सेवानिवृत हो गया है।

कंबोडिया में बीते पांच साल में मगावा नामक इस चूहे ने करीब 99 बारूदी सुरंगों का पता लगाया, जिससे हजारों लोगों की जानें बच सकीं।
हम यहां बात कर रहें हैं अफ्रीकी नस्ल के इस मगावा चूहे की। इसकी बहादुरी के सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चे हो रहे हैं। इस चूहे के सूंघने की क्षमता इतनी बेहतर है कि बारूदी सुरंगों का पता लगाने में इस्तेमाल होने वाली महंगी मशीनों को भी मात दे देती है। इसी खासियत के चलते इसे दल में शामिल किया गया था और अब तक इसने एक सैकड़ा बारूदी सुरंगों का पता लगायाा है।
यह चूहा सात साल का है और इस चूहे को विशेष रूप से कंबोडिया में बारूदी सुरंगों का पता लगाने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। उसने सफलता पूर्वक अपने काम को अंजाम दिया और उसके बारूदी सुरंगों के साथ कई जिंदा विस्फोटकों का भी पता लगाया। मगावा को एपीओपीओ नामक संगठन ने ट्रेंड किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, यह संगठन चूहों को बारूदी सुरंगों और अस्पष्टीकृत बमों का पता लगाने के लिए प्रशिक्षत करता है। मगावा पूरी तरह स्वास्थ्य है, लेकिन नियमानुसार सेवानिवृत्ति हो गया है।
सम्मानित भी किया जा चुका है मगावा
मगावा को ब्रिटेन की एक चैरिटी संस्था पीडीएसए द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। ब्रिटिश संस्था हर साल अच्छा काम करने वाले जानवरों को सम्मानित करती है। पहली बार इस संस्था ने एक चूहे को सम्मानित किया था। मगावा के प्रशिक्षक की मानें तो इस चूहे का प्रदर्शन बेहतरीन रहा, उसने दिए गए हर टास्क को सफलतापूर्वक पूरा किया। मुझे उसके साथ काम करने पर गर्व है।

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VINOD KUMAR

कई जिंदगियों को बचाने वाला चूहा हुआ सेवानिवृत

Update Time : 11:52:58 am, Tuesday, 8 June 2021

कई सम्मान हासिल कर चुका है तो कई वर्षों तक सरकारी नौकरी की

चम्बा, 8 जून (ब्यूरो): जब भी हम किसी को डरपोक की संज्ञा देते है तो उसे चूहां कह कर पुकारते हैं लेकिन आज हम आपकों एक ऐसे चूहे के बारे में बताने जा रहें है जो न सिर्फ सरकारी नौकरी करता था बल्कि अपनी नौकरी के दौरान उसने कई जिंदगियों को बचाने में अहम भूमिका निभाई। अब यह चूहा अपनी नौकरी से सेवानिवृत हो गया है।

कंबोडिया में बीते पांच साल में मगावा नामक इस चूहे ने करीब 99 बारूदी सुरंगों का पता लगाया, जिससे हजारों लोगों की जानें बच सकीं।
हम यहां बात कर रहें हैं अफ्रीकी नस्ल के इस मगावा चूहे की। इसकी बहादुरी के सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चे हो रहे हैं। इस चूहे के सूंघने की क्षमता इतनी बेहतर है कि बारूदी सुरंगों का पता लगाने में इस्तेमाल होने वाली महंगी मशीनों को भी मात दे देती है। इसी खासियत के चलते इसे दल में शामिल किया गया था और अब तक इसने एक सैकड़ा बारूदी सुरंगों का पता लगायाा है।
यह चूहा सात साल का है और इस चूहे को विशेष रूप से कंबोडिया में बारूदी सुरंगों का पता लगाने के लिए प्रशिक्षित किया गया था। उसने सफलता पूर्वक अपने काम को अंजाम दिया और उसके बारूदी सुरंगों के साथ कई जिंदा विस्फोटकों का भी पता लगाया। मगावा को एपीओपीओ नामक संगठन ने ट्रेंड किया था। रिपोर्ट के मुताबिक, यह संगठन चूहों को बारूदी सुरंगों और अस्पष्टीकृत बमों का पता लगाने के लिए प्रशिक्षत करता है। मगावा पूरी तरह स्वास्थ्य है, लेकिन नियमानुसार सेवानिवृत्ति हो गया है।
सम्मानित भी किया जा चुका है मगावा
मगावा को ब्रिटेन की एक चैरिटी संस्था पीडीएसए द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। ब्रिटिश संस्था हर साल अच्छा काम करने वाले जानवरों को सम्मानित करती है। पहली बार इस संस्था ने एक चूहे को सम्मानित किया था। मगावा के प्रशिक्षक की मानें तो इस चूहे का प्रदर्शन बेहतरीन रहा, उसने दिए गए हर टास्क को सफलतापूर्वक पूरा किया। मुझे उसके साथ काम करने पर गर्व है।