उपायुक्त चंबा को ज्ञापन सौंप इस मांग को पूरा करने की बात कही
चंबा, (विनोद): तेलका कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने शुक्रवार को चंबा जिला मुख्यालय में उपायुक्त कार्यालय के बाहर Demonstration करते हुए 2 माह के तीन प्राध्यापकों के तबादला होने के चलते कॉलेज के सभी पदों के रिक्त होने के मामले पर रोष प्रकट किया।
प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं का कहना था कि इस स्थिति के चलते यहां की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से काम चलाऊ नीति पर आश्रित होकर रह चुकी है जिस कारण इस कॉलेज में शिक्षा ग्रहण कर रहें 100 से अधिक युवा भारी मानसिक परेशानी उठाने को मजबूर है।
उन्होंने कहा कि हैरानी की बात है कि जिला चंबा के डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाले इस कॉलेज को खुले 5 वर्ष से अधिक का समय हो चुका है लेकिन अभी तक इसे अपना भवन तक नसीब नहीं हुआ है।
ये भी पढ़ें: हत्या के आरोप में धरे युवकों को पुलिस रिमांड मिला।
यही नहीं अभी तक इसके अपने भवन की नींव का पत्थर तक नहीं रखा गया है। तेलका कॉजेल में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र-छात्राओं के इस प्रतिनिधि मंडल ने उपायुक्त कार्यालय के बाहर अपनी इस मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। इस धरना प्रदर्शन में कॉलेज के शिक्षा ग्रहण करने वालों में काजल देवी, सोमी, मीनाक्षी, दिशा, रुखसाना बेगम व शिवानी सहित अन्य शामिल रहे।
ये भी पढ़ें: पुलिस के खिलाफ क्यों मुखर हुए लोग।
छात्राओं ने बताया कि उनके कॉलेज में शिक्षा ग्रहण करने वालों में 70 प्रतिशत छात्राएं शामिल लेकिन उन्हें शौचालय तक की सुविधा मुहैया नहीं है। अपना भवन नहीं होने की वजह से कॉलेज दूसरे सरकारी भवन में चल रहा है। इस भवन क कमरों की हालत इस कदर खस्ता है कि इनकी दरों-दिवारे इसकी खुद व खुद गवाही देते प्रतीत होते है।
ये भी पढ़ें: डा. जनक ने विशेष बच्चों के लिए क्या कहा?
इन छात्र-छात्राओं का कहना था कि यूं तो आए दिन नेतागण बेहतर शिक्षा व्यवस्था मुहैया करवाने के दावें भरते हैं लेकिन अफसोस की बात है कि बीते दो माह के भीतर इस कॉलेज के तीन प्राध्यापकों को यहां से बदल दिया गया। यही वजह है कि अब इस कॉलेज के लिए स्वीकृत प्राध्यापकों के सभी पद रिक्त पड़े है।
ये भी पढ़ें: रेणू के समर्थकों के चेहरों क्यों खिले ?
उन्होंने कहा कि इस कॉलेज में जिला के दूरस्थ क्षेत्रों के छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहें है और यह सभी गरीब परिवारों से संबन्ध रखते है। ऐसे में सरकार की इस काॅलेज को लेकर जो उदासिंता बनी हुई है उससे यहां के युवाओं की शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है।