पहली बार पांगी में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ,120 ने मौजूदगी दर्ज करवाई

हिमाचल के जनजातीय क्षेत्र पांगी में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ। तीन दिवसीय सम्मेलन को ऑनलाइन व ऑफलाइन के माध्यम से अंजाम दिया गया। 120 के करीब शिक्षाविद, चिंतकों व शोधकर्ताओं ने अपने विचार रखे तो साथ ही शोध पत्र पढ़े। आवासीय आयुक्त पांगी रितिका जिंदल ने आयोजकों को सफल आयोजन पर बधाई दी।

Pangi News (ब्यूरो): जनजातीय क्षेत्र पांगी में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित हुआ जिसके माध्यम से भारत में ट्राइबल आइडेंटिटी के इश्यूज, चैलेंजेस व रोड़ अहैड नामक” विषय पर तीन दिन तक चर्चा के साथ शोधपत्र पढ़े गए। सम्मेलन के समापन पर आवासीय आयुक्त पांगी रितिका जिंदल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।

 

तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में 1 व 2 अक्तूबर को ऑनलाइन के माध्यम से इसका आयोजन किया गया तो अंतिम दिन इसे ऑफ लाइन के माध्यम से आयोजित किया गया। पांगी घाटी में पहली बार आयोजित इस प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के सफल आयोजन पर कार्यकारी प्रधानाचार्य डॉ प्रोमिला ठाकुर व शोधार्थियों काे आर.सी.पांगी ने बधाई दी।

 

रितिका जिंदल IAS ने अपने संबोधन में छात्रों को आत्म विकास के साथ अपनी संस्कृति को भी संजोए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य जनजातीय समाज के प्रति नए सिरे से विचार विमर्श करने पर बल देना था। सम्मेलन में विभिन्न शोध पत्रों के माध्यम से जनजातीय समाज, संस्कृति तथा जनजातीय समाज की पहचान को बनाए रखने पर जोर देने की बात की गई।

 

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Good: जनजातीय क्षेत्र पांगी में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन हुआ

आवासीय आयुक्त रितिका जिंदल IAS संबोधित करती हुई।

 

महाविद्यालय पांगी की कार्यकारी प्राचार्य डॉ प्रोमिला ठाकुर ने बताया कि इसमें करीब 120 शिक्षाविदों, चिंतकों, शोधार्थियों ने भाग लिया तथा अपने शोध पत्र पढ़े व जनजातीय समाज व क्षेत्र की जानकारी साझा की। इससे पूर्व आवासीय आयुक्त ने “पांगी द डिफरेंट वर्ल्ड ” नामक पुस्तक विमोचन किया। पुस्तक डॉ बिपिन चंद राठौर,सुरेंद्र सिंह और डॉ प्रोमिला देवी द्वारा लिखी गयी है, यह पुस्तक घाटी की भौगोलिक विशेषता पर आधारित है।

 

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सम्मेलन में एसडीएम पांगी रमन घरसंघी, प्रो. विपिन चंद राठौर, प्रो. राकेश राठौर, प्रो. मीना चौधरी, सहायक आचार्य राजकुमार, तुलसी राम, नरेश कुमार,हेमेंद्र सिंह, जितेंद्र केशव, ब्यासो राम, कुलदीप राज, विजय राठौर, भूमेश, दूनी चंद व महाविद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित रहे।

 

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