पांगी के मरथालू नाला में ग्लेशियर टूटा, JCB मशीन दफन, सड़क से बर्फ हटाने का कार्य ठप

पांगी, ( इंद्रप्रकाश ): पांगी में ग्लेशियर गिरा जिसकी जद में आने से एक जेसीबी मशीन पूरी तरह से बर्फ की जद में आकर दब गई। लोनिवि को बर्फ की आगोश से मशीन को बाहर निकालने के लिए मशक्कत करनी होगी। यह घटना उस समय घटी जब लोक निर्माण विभाग किलाड़-साच-अलवास-चंबा मार्ग पर गिरी बर्फ को हटाने के कार्य को अंजाम देने के दौरान मरथालू नाले में खड़ी थी।

 

मरथालू नाले में घटी घटना

 

सोमवार शाम को अचानक से नाले में हिमखंड गिरा जिसकी चपेट में आकर जेसीबी मशीन आ गई। ग्लेशियर इतना बड़ा था कि मरथालू नाले का करीब 250 मीटर भाग पूरी तरह से बर्फ की जद में दफन हो गया। लोक निर्माण मंडल किलाड़ की माने तो कुमार, चस्क, हुड्डान, सुराल व परेग्रा में भारी बर्फबारी हुई है।

 

 

ये भी पढ़ें: मई माह का रिकार्ड टूटा,डेढ़ फीट तक बर्फ।

 

यहां हुआ भूस्खलन

घाटी मुख्यालय से पुंटो को जोड़ने वाला लिंक रोड़ पर भारी मात्रा में भूस्खलन होने के चलते वाहनों की आवाजाही के लिए बंद पड़ गया है। लोनिवि मंडल पांगी के अधिशासी अभियंता मोहिंद्र ने बताया कि  जब यह घटना घटी तो उस वक्त मशीन खड़ी थी और उस पर चालक सवार नहीं था वरना एक अप्रिय घटना घट जाती।

 

ये भी पढ़ें: विद्यार्थियों ने CM का इसके लिए आभार जताया।

 

उन्होंने बताया कि इस नाले में हिमखंड गिरा जिस वजह से करीब 250 मीटर तक बर्फ का साम्राज्य स्थापित हो गया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मौसम साफ होने के चलते बंद पड़े कुछ संपर्क मार्गों को खोल दिया गया है लेकिन अभी तक आधा दर्जन संपर्क मार्ग बंद पड़े है। उन्होंने कहा कि मई माह में अब तक हुई बर्फबारी के कारण लोक निर्माण विभाग को करीब 15 करोड़ का नुक्सान पहुंचा है।
risk factor: पांगी में ग्लेशियर गिरा jcb दबी,15 करोड़ डूबे

मरथालू में गिरा ग्लेशियर

मरथालू नाले के पास गिरे हिमखंड के आकार का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उक्त जेसीबी मशीन का महज कुछ ही ऊपरी भाग नजर आ रहा है। ग्लेशियर गिरने की वजह से लोक निर्माण विभाग ने इस नाले से जितनी बर्फ हटाई थी उससे कहीं अधिक बर्फ का पहाड़ यहां बन गया है।

 

ये भी पढ़ें: कल मिलेगी सलूणी को 56 करोड़ की सौगात।