चंबा, ( विनोद ): मंगलवार को चंबा में भूकंप आया जिसने अपनी तीव्रता से हर कोई सहमा। इस भूकंप का केंद्र हिमाचल की सीमा से सटा जम्मू-कश्मीर रहा जिसकी वजह से समूचा जिला चंबा एक बार फिर भूकंप के जोरदार झटको से कांपा। भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि घरों, दफ्तरों और सार्वजनिक स्थलों पर मौजूद लोग सहमे।
रियेक्टर स्केल पर तीव्रता 5.2 रही
भूकंप के झटकों की तीव्रता का अनुमान इसी बात से लाया जा सकता है कि इसकी तीव्रता रियेक्टर स्केल पर 5.2 मापी गई है। भूकंप का यह पहला जोरदार झटका दोपहर करीब 3 बजकर 33 मिनट पर आया और इसकी तीव्रता समय बढ़ने के साथ बढ़ती चली गई।
घरों व दफ्तरों का सामान गिरने लगा
यह भूकंप का झटका इतना जोरदार था कि घरों व दफ्तरों में रखा सामान इधर-उधर गिरने लगा तो छतों पर लगे फंखे व घरों में लगे टीवी व फ्रीज भी हिलने शुरू हो गए। सहमे लोगों ने खुद को खतरे में पाते हुए देख घरों से बाहर निकलने में ही बेहतरी समझी। जोरदार भूकंप की समयावधि 10 से 15 सैकेंड तक रही।
30 से 40 सैकेंड के बाद स्थिति सामान्य हुई
इसके बाद धीरे-धीरे भूकंप की तीव्रता कम होती गई और 30 से 40 सैकेंड के बाद स्थिति सामान्य हो गई। रिएक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.2 मापी गई। इस भूकंप का केंद्र हिमाचल के जिला चंबा के साथ लगते जम्मू कश्मीर का गंदोह-भलेश क्षेत्र रहा। भूकंप की गहराई 18 किलोमीटर मापी गई है।
चीन व पाकिस्तान भी सहमे
मंगलवार दोपहर को आए इस भूकंप ने भारत के कई शहरों को हिला दिया तो साथ ही भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान व चीन में भी इस भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए। लोगों का कहना है कि अगर भूकंप की समयावधि अधिक होती तो निसन्देह वह तबाही मचाने में कोई कसर नहीं छोड़ता।
ध्यान योग्य है कि भूकंप की दृष्टि से जिला चंबा बेहद संवेदनशील है। अक्सर जिला चंबा की धरती भूकंप से कांपती रहती है। यही वजह है कि यह जिला भूकंप के दृष्टिगत जोन-5 में शामिल है। इस वर्ष की बात करे तो अब तक के 6 महीनों के दौरान जिला चंबा में जनवरी, 20 मार्च, 28 मई तो अब 13 जून को भूकंप महसूस किया जा चुका है।
उपायुक्त चंबा अपूर्व देवगन ने बताया कि मंगलवार दोपहर को आए भूकंप के झटकों के कारण जिला चंबा में किसी भी प्रकार के जानमाल का नुकसान होने की फिलहाल कोई सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि जिला चंबा के सभी एसडीएम को इस संदर्भ में जानकारी हासिल कर सूचित करने के लिए कहा गया है।