चंबा, ( विनोद ): खुद को सुख की सरकार का तगमा देने वाली हिमाचल कांग्रेस सरकार दलित विरोधी है। इसका प्रमाण चंबा विधानसभा क्षेत्र की हरिजन बस्ती बनियाग है। दलित समुदाय का यह गांव बीते 6 महीने से अंधेरे में डूबा हुआ है लेकिन हिमाचल सरकार और चंबा विधायक ने इसकी सुध तक लेना गवारा नहीं समझा है।
हिमाचल भाजपा सचिव एवं sc/st विकास निगम हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्य उपाध्यक्ष जयसिंह ने यह बात कही। उन्होंने बताया कि जिला मुख्यालय से चंद किलोमीटर की दूरी पर मौजूद इस हरिजन बस्ती कि स्ट्रीट लाइट व्यवस्था पर बिजली बोर्ड ने अपनी कैंची चलाई जिस वजह से यह गांव अंधेरे में डूबा हुआ है।
गांव को जोड़ने वाला रास्ता और इसकी गलियां शाम होते ही अंधेरे में डूब जाती हैं जिस कारण ना चाहते हुए भी यहां के लोगों खुद को अपने घरों में कैद करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। भाजपा नेता ने कहा कि इस गांव के आसपास अन्य दूसरा कोई भी गांव नहीं है तो साथ ही आसपास जंगल होने की वजह से अक्सर यहां हिंसक जंगली जानवरों की मौजूदगी दर्ज होती रहती है।
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यही नहीं यह गांव साल नदी के एक छोर पर बसा हुआ है और इस नदी पर बने पैदल पुल के माध्यम से यह गांव शेष विश्व के साथ जुड़ता है। तमाम परिस्थितियों को देखते हुए ही गांव को स्ट्रीट लाइट सुविधा से जोड़ा गया था लेकिन कांग्रेस सरकार बनते ही इस गांव की स्ट्रीट लाइट को बिजली बोर्ड ने काट दिया है।
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भाजपा बिजली बोर्ड से यह मांग करती है कि वह तुरंत इस गांव को पुणे स्ट्रीट लाइट व्यवस्था से जोड़े ताकि ग्रामीणों को इस सुविधा की कमी की वजह से किसी अप्रिय घटना का सामना ना करना पड़े। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो ग्रामीणों के साथ मिलकर भाजपा सदर विधायक और बिजली बोर्ड के अधिकारियों का घेराव करेगी।