Pangi Valley Tribal Pride Day
Pangi Valley Tribal Pride Day ने किलाड़ में उत्साह और गर्व का माहौल बनाया, जहाँ बिरसा मुंडा जयंती( birsa munda jayanti ) के अवसर पर पांगी घाटी की समृद्ध जनजातीय संस्कृति और परंपराओं की सुंदर झलक प्रस्तुत की गई।
Pangi, ( विनोद ): भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में पांगी घाटी मुख्यालय किलाड़ में शनिवार को जनजातीय गौरव दिवस को अत्यंत भव्य और उत्साहपूर्ण तरीके से मनाया गया। जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़े के समापन पर आयोजित यह समारोह घाटी की गौरवशाली सांस्कृतिक धरोहर और अद्वितीय पारंपरिक विरासत का शानदार प्रतिबिंब रहा। कार्यक्रम में पांगी के आवासीय आयुक्त रमन घरसंगी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर आयोजन की शोभा बढ़ाई।

मुख्य अतिथि ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा कि भगवान बिरसा मुंडा केवल महान स्वतंत्रता सेनानी ही नहीं, बल्कि जनजातीय अस्मिता, अधिकारों और स्वाभिमान के अदम्य प्रतीक थे। उन्होंने जल, जंगल और जमीन के संरक्षण के लिए ब्रिटिश शासन के खिलाफ ऐतिहासिक संघर्ष छेड़ा और आदिवासी समाज को नई दिशा दी। जनजातीय गौरव दिवस का उद्देश्य देश के वीर स्वतंत्रता सेनानियों और गुमनाम नायकों के योगदान को याद करना तथा युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ना है।

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1 नवंबर से 14 नवंबर तक चले जनजातीय गौरव पखवाड़े में घाटी की पंचायतों और दूरस्थ गांवों में विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिसका शानदार समापन किलाड़ के इस समारोह रूपी उत्सव में हुआ। समारोह में महिला मंडलों, राजकीय महाविद्यालय किलाड़, आईटीआई, ईएमआरएस और पीएम श्री वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल की छात्राओं ने पारंपरिक पंगवाली वेशभूषा में मोहक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।

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विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई विकासात्मक प्रदर्शनियों ने लोगों को सरकारी योजनाओं और उपलब्धियों से अवगत कराया। कार्यक्रम में कई प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित रहे, जिन्होंने आयोजन को और अधिक गरिमामय बनाया।

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