ias अधिकारी मजदूरी करता नजर आया

हर कोई हुआ हैरान, ias अधिकारी ने समाज को दिया यह पैगाम

चंबा, (विनोद): जब ias ऑफिसर मजदूरी करता नजर आया तो हर कोई हैरान हुआ। यह बात भले अविश्वसनीय लगे लेकिन देश के सबसे पिछड़े जिला जिसे सरकारी भाषा में आकांक्षी जिला का दर्जा हासिल है वहां कार्यरत इस ias अधिकारी को मजदूर की भांति पसीना बहाते हर कोई उसका मुरीद हो गया। 

 

हम यहां बात कर रहें है sdm चंबा के पद पर कार्यरत आईएएस अधिकारी नवीन तंवर की जिन्होंने शुक्रवार को ऐसे मौके पर जिला चंबा के युवाओं को अपने काम के माध्यम से संदेश दिया जब यहां का युवा होली की मस्ती में सरावोर था। 

 

इस भारतीय प्रशासनिक अधिकारी ने अपने उपमंडल के दायरे में आने वाली ग्राम पंचायत लुड्डू के ऐतिहासिक गांव मलूण में श्रमदान करके पैदल मार्ग को ठीक करने में पसीना बहा रहे थे। लुड्डू पंचायत प्रधान रमेश कुमार व पंचायत के अन्य युवाओं के साथ इस अधिकारी ने कंधे से कंधा मिलाकर इस पैदल मार्ग को न सिर्फ ठीक किया बल्कि वहां पर एक कच्ची पौड़ी को भी बनाया।
ias अधिकारी नवीन तंवर ग्रामीण युवाओं के साथ मलूण स्माधी स्थल पर

ias नवीन तंवर पैदल मार्ग निर्माण के दौरान विश्राम करते।

चम्बावासियों की भावनाओं का केंद्र स्थल है यह गांव
इस स्थान की महत्वता की बात करे तो इसके वगैर चंबा का इतिहास पूरा नहीं होता है। यह वही स्थान है जहां चम्बा रियासत की रानी सुनैना ने अपनी प्रजा पर मंडराये पेयजल संकट को मिटाने के लिए इस स्थान पर जीवित समाधि ले ली थी। 

 

अगले माह यहां ऐतिहासिक महिला प्रधान मेला होगा आयोजित
आज भी इस गांव में वह समाधि स्थल मौजूद है और बेहद रोचक बात है कि हिंदू संवत के चैत्र माह में रानी सुनैना ने अपना बलिदान दिया था और चंद दिनों बाद यानी अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह रानी सुनैना के इस बलिदान की याद में सुही मेला आयोजित किया जाता है। इस वर्ष भी अप्रैल की 9 तारीख को इस तीन दिवसीय महिला प्रधान मेले का आयोजन होगा। 

 

अगले माह के दूसरे सप्ताह मलूण स्थान चंबावासियों की जन भावनाओं का केंद्र होगा क्योंकि प्रत्येक चम्बयाल अपनी इस प्रिय रानी के बलिदान को याद करने के लिए उसके इस बलिदान स्थल की और रूख करेगा। 
ऐसे में इस आईएएस अधिकारी का इस स्थान को जाने वाले पैदल मार्ग पर श्रमदान करना और स्थानीय युवाओं के साथ मिलकर एक मजदूर की भांति काम करना निसंदेह इस बात को प्रमाणित करता है कि यह अधिकारी समाज के प्रति खुद को किस तरह से समर्पित किए हुए है।  
sdm चंबा नवीन तंवर जैसे विरले ही अधिकारी हैं जो कि युवा प्रशासनिक अधिकारी होते हुए खुद को जनसेवा के प्रति इस कदर समर्पित किए हुए है। यह बात और है कि सरकारी योजना या फिर सरकार के आदेशों को अमलीजामा पहनाते हुए कई सामाजिक कार्यों में अधिकारियों को औपचारिकता निभाते हुए सफाई करते या अन्य किसी जागरूकता कार्यक्रम में शिरकत करते हुए तो कई बार देखा गया है।

एसडीएम चंबा नवीन तंवर ने शुक्रवार को मलूण गांव के युवाओं के साथ मिलकर इस कार्य को अंजाम दिया, लेकिन यह कार्य किसी भी सरकारी कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था। इस अधिकारी को मजदूर की भांति काम करते हुए देख लोगों का कहना था कि देश को ऐसे ही अधिकारियों की जरूरत है जो खुद को अपने पद या फिर कुर्सी के दायरे तक ही सीमित न रखे बल्कि अपनी नई व ऊंची सोच व अपने काम के दम पर देश व समाज को एक नई दिशा प्रदान करे।