forest department big step : चंबा वन विभाग ने पर्यावरण संरक्षण को लेकर सख्त रुख अपनाया है। नए सीएफ राकेश कुमार ने साफ किया कि विकास कार्यों की आड़ में वन भूमि या पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वालों पर अब जीरो टॉलरेंस(zero tolerance) की नीति लागू होगी और दोषियों पर तुरंत कार्रवाई होगी।
चंबा, ( विनोद ): वर्ष 2014 के IFS अधिकारी राकेश कुमार ने वन सर्कल चंबा का कार्यभार बतौर सीएफ संभाल लिया है। अपनी सरकारी नौकरी का ट्रैनिंग पीरियड चंबा के बिताने के साथ चंबा के बतौर DFO सेवाएं दे चुके है।
पर्यावरण संरक्षण पर जीरो टॉलरेंस
सीएफ राकेश कुमार ने स्पष्ट किया कि वन संपदा को नुकसान पहुंचाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। वन संपदा से जुड़े किसी भी मामले में कोताही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि डियूटी में लापरवाही पाए जाने पर अधिकारियों व कर्मचारियों पर भी कार्रवाई होगी।
विकास कार्यों में नियमों की अनदेखी पर शिकंजा
राकेश कुमार ने कहा कि कई बार विकास कार्यों के दौरान वन कानूनों की अनदेखी की जाती है। उन्होंने अपील की कि यदि कोई व्यक्ति या विभाग अवैध muck dumping करता है, तो उसकी जानकारी जनता वन विभाग को दे। पुख्ता सूचना मिलने पर विभाग प्रभावी कार्रवाई करेगा। विभाग यह भी सुनिश्चित करेगा कि वन संपदा को नुक्सान पहुंचने से पहले कार्रवाई हो।
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लोक निर्माण विभाग को पत्र
वन सर्कल चंबा के सीएफ राकेश कुमार ने कहा कि वन विभाग जल्द ही लोक निर्माण विभाग (PWD) को पत्र लिखेगा, जिसमें मक डंपिंग साइटों का वैज्ञानिक व सुरक्षित निर्माण करने के निर्देश होंगे। नये विकास कार्यों को जहां भी अंजाम दिया जाएगा वहां तैनात वन विभाग के कर्मचारियों को मक डंपिंग को लेकर विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए जाएंगे।
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विकास और पर्यावरण में संतुलन जरूरी
सीएफ ने कहा कि विकास आज की आवश्यकता है, लेकिन यदि नियमों का पालन हो तो भूस्खलन और बाढ़ जैसी आपदाओं के खतरे को कम किया जा सकता है। पर्यावरण संरक्षण के साथ ही विकास कार्यों को संतुलित ढंग से करना जरूरी है।