Chamba News : देश का आकांक्षी जिला चंबा में यह योजना 6 वर्षों से चली हुई है लेकिन जिला चंबा के नेता व अधिकारी सीरियर नहीं दिख रहे। परिणामस्वरूप अभी तक जिला चंबा के एक विधायक सहित चंद अधिकारियों ने इसे अपनाया है।
चंबा, ( विनोद ): जिला चंबा में एक ऐसा विधायक है जो सरकारी योजना के प्रति इस कदर संवेदनशील है कि हर माह अपनी जेब से 10 टीबी रोगियों को पोषक मनी देता है। हैरान करने वाली बात है कि केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 में निक्षय योजना चलाई गई लेकिन 6 वर्ष बीतने के बाद भी चंबा के सांसद सहित भाजपा के दो विधायकों व कांग्रेस के दो विधायकों ने एक भी टीबी रोगी को निक्षय योजना के तहत गोद नहीं लिया है।

यही हाल जिला चंबा के हारे हुए भाजपा व कांग्रेसी नेताओं का है। किसी भी पूर्व विधायक ने इस योजना के प्रति दिलचस्पी नहीं दिखाई है। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो जिला चंबा में अब तक महज 75 टीबी रोगियों को ही निक्षय योजना से जोड़ने में वह सफल हो पाया है। 280 टीबी रोगियों ने इस योजनाओं के साथ खुद को जोड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग को सहमति दे दी है लेकिन नेताओं व संस्थाओं का सहयोग न मिलने की वजह से इन रोगियों को अपना निक्षय मित्र नहीं मिल पाया है।

इस योजना का मकसद यह है कि तपेदिक रोग का उपचार के दौरान रोगी को पोषक आहार की आवश्यकता रहती है। ऐसे में इन रोगियों को आर्थिक तंगी की वजह से पोषक आहार से वंचित न रहना पड़ा। इसलिए यह योजना चलाई गई है ताकि समाज के समर्थवान लोग व संस्थाएं सरकार की इस योजना को सफल बनाने के लिए आगे आए ताकि उपचाराधीन टीबी रोगी जल्द से जल्द उपचार के साथ पोषक आहार ग्रहण कर रोग मुक्त हो सके।

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हिमाचल का आकांक्षी जिला चंबा कब टीबी मुक्त होगा इस बारे कोई कुछ नहीं कस सकता है लेकिन इतना जरूर है कि जिला के नेताओं सहित सरकारी विभागों के अधिकारी भी इस योजना में रूचि नहीं दिखा रहे हैं। कांगड़ा-चंबा सांसद की अगुवाई में इस योजना को लेकर कुछ माह पूर्व जिला मुख्यालय में बैठक आयोजित हुई जिसमें अधिक से अधिक अधिकारियों को निक्षय मित्र योजना 2018 से जुड़ने का आह्वान किया गया लेकिन अभी तक सांसद महोदय खुद इस योजना से नहीं जुड़े है।
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