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2:54 am, Friday, 12 September 2025

Chamba: दशनाम अखाड़ा चम्बा से 24 अगस्त को मणिमहेश के लिए रवाना होगी छड़ी

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chamba manimahesh chadi yatra : चंबा से मणिमहेश के लिए दशनाम अखाड़ा की पारंपरिक छड़ी यात्रा 24 अगस्त को रवाना होगी। यह छड़ी यात्रा सात दिन के सफर के बाद मणिमहेश डल झील पहुंचेगी। मणिमहेश छड़ी यात्रा की तैयारियों को लेकर एसडीएम चंबा प्रियांशु खाती की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें यात्रा के सफल आयोजन से जुड़े प्रबंधों की समीक्षा की गई।

चंबा, ( विनोद ) : भारत में कई पवित्र छड़ी यात्राएं निकलती है जिसमें उत्तर भारत की Amarnath Yatra का इसमें प्रमुख्ता से नाम शामिल है। चंबा से मणिमहेश के लिए भी रियासत काल से दशनाम की पवित्र छड़ी निकलती है और यह धार्मिक परंपरा वर्तमान में भी मौजूद है। देश के विभिन्न अखाड़ों व प्रांतों के साधुसंत चंबा से मणिमहेश को निकलने वाली छड़ी यात्रा में शामिल होते है।

Chamba Manimahesh Chadi Yatra

अबकी बार यह पवित्र छड़ी 24 अगस्त को चंबा नगर के मोहल्ला रामगढ़ में मौजूद दशनाम अखाड़ा से निकलेगी। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चंबा के दशनाम अखाड़ा महंत यतेंद्र गिरी की अगुवाई में यह पवित्र यात्रा निकलेगी। एसडीएम चंबा प्रियांशु खातीias  ने बताया कि दशनाम अखाड़ा चंबा से इस छड़ी यात्रा को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मणिमहेश को रवाना किया जाएगा।

Chamba Manimahesh Chadi Yatra

चंबा-मणिमहेश की दूरी इतने दिनों में पैदल तय होती

पहले दिन यह यात्रा पंच दशनाम जूना अखाड़ा से अजुर्न नगर जुलाहकड़ी तक निकलेगी जहां रात्रि ठहराव होगा। एसडीएम चंबा ने बताया कि यह पवित्र छड़ी सात दिन पैदल चलकर 30 अगस्त को मणिमहेश डल पर पहुंचेगी। अगली सुबह यानी 31 अगस्त को राधाअष्मी के पावन मौके पर मणिमहेश में यह छड़ डूबकी लगाएगी जिसके साथ ही यह छड़ी यात्रा संपन्न होगी।

Chamba News

उन्होंने कहा कि जहां-जहां यह छड़ी पड़ाव लगाएगी वहां साधुओं के रहने की प्रशासन द्वारा व्यवस्था रहेगी। उन्होंने बताया कि बैठक में दशनाम अखाड़ा के महंत ने छड़ी यात्रा में शामिल साधु-संतों को पेश आने वाली दिक्कतों के बारे में बताया जिसमें प्रमुख्ता से पड़ाव में बारिश से बचने की व्यवस्था के साथ ठंड से राहत पाने के लिए बालन का इंतजाम करना शामिल रहा।

ये भी पढ़ें : चंबा में यह कैबिनेट मंत्री बोले ।

महंत बोले, साधुओं के लिए यह व्यवस्था करें

उन्होंने बताया कि बैठक शामिल महंत यतेंद्र गिरी ने बताया कि मणिमहेश झील पर साधुओं के ठहरने की प्रशासन की तरफ से कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं होती है। यहां तक की ठंड से राहत पाने के लिए आग तक की व्यवस्था नहीं की गई होती है जिस कारण साधुओं को पूरी रात ठंड में ठिठुरने को मजबूर होना पड़ता है। इस प्रकार की विकट स्थिति का सामना साधुओं को अबकी बार न करना पड़े इसके लिए समय रहते प्रशासन पुख्ता कदम उठाए।

ये भी पढ़ें : हिमाचल की राजनीति में नया भूचाल।

एसडीएम चंबा प्रियांशु खाती ने महंत यतेंद्र गिरी को आश्वस्त किया इस बार छड़ी यात्रा में शामिल होने वाले साधुओं को किसी प्रकार की परेशानी पेश नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए वह भरमौर प्रशासन को निर्देश देंगे। बैठक में लोक निर्माण विभाग, पुलिस, बिजली व नगर परिषद चंबा के प्रतिनिधि शामिल रहे।

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vinod Kumar

Himachal News -चंबा में Jairam Thakur का Big Attack, कांग्रेस पर गंभीर आरोप

Chamba: दशनाम अखाड़ा चम्बा से 24 अगस्त को मणिमहेश के लिए रवाना होगी छड़ी

Update Time : 09:37:33 pm, Monday, 18 August 2025

chamba manimahesh chadi yatra : चंबा से मणिमहेश के लिए दशनाम अखाड़ा की पारंपरिक छड़ी यात्रा 24 अगस्त को रवाना होगी। यह छड़ी यात्रा सात दिन के सफर के बाद मणिमहेश डल झील पहुंचेगी। मणिमहेश छड़ी यात्रा की तैयारियों को लेकर एसडीएम चंबा प्रियांशु खाती की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें यात्रा के सफल आयोजन से जुड़े प्रबंधों की समीक्षा की गई।

चंबा, ( विनोद ) : भारत में कई पवित्र छड़ी यात्राएं निकलती है जिसमें उत्तर भारत की Amarnath Yatra का इसमें प्रमुख्ता से नाम शामिल है। चंबा से मणिमहेश के लिए भी रियासत काल से दशनाम की पवित्र छड़ी निकलती है और यह धार्मिक परंपरा वर्तमान में भी मौजूद है। देश के विभिन्न अखाड़ों व प्रांतों के साधुसंत चंबा से मणिमहेश को निकलने वाली छड़ी यात्रा में शामिल होते है।

Chamba Manimahesh Chadi Yatra

अबकी बार यह पवित्र छड़ी 24 अगस्त को चंबा नगर के मोहल्ला रामगढ़ में मौजूद दशनाम अखाड़ा से निकलेगी। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी चंबा के दशनाम अखाड़ा महंत यतेंद्र गिरी की अगुवाई में यह पवित्र यात्रा निकलेगी। एसडीएम चंबा प्रियांशु खातीias  ने बताया कि दशनाम अखाड़ा चंबा से इस छड़ी यात्रा को प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में मणिमहेश को रवाना किया जाएगा।

Chamba Manimahesh Chadi Yatra

चंबा-मणिमहेश की दूरी इतने दिनों में पैदल तय होती

पहले दिन यह यात्रा पंच दशनाम जूना अखाड़ा से अजुर्न नगर जुलाहकड़ी तक निकलेगी जहां रात्रि ठहराव होगा। एसडीएम चंबा ने बताया कि यह पवित्र छड़ी सात दिन पैदल चलकर 30 अगस्त को मणिमहेश डल पर पहुंचेगी। अगली सुबह यानी 31 अगस्त को राधाअष्मी के पावन मौके पर मणिमहेश में यह छड़ डूबकी लगाएगी जिसके साथ ही यह छड़ी यात्रा संपन्न होगी।

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उन्होंने कहा कि जहां-जहां यह छड़ी पड़ाव लगाएगी वहां साधुओं के रहने की प्रशासन द्वारा व्यवस्था रहेगी। उन्होंने बताया कि बैठक में दशनाम अखाड़ा के महंत ने छड़ी यात्रा में शामिल साधु-संतों को पेश आने वाली दिक्कतों के बारे में बताया जिसमें प्रमुख्ता से पड़ाव में बारिश से बचने की व्यवस्था के साथ ठंड से राहत पाने के लिए बालन का इंतजाम करना शामिल रहा।

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महंत बोले, साधुओं के लिए यह व्यवस्था करें

उन्होंने बताया कि बैठक शामिल महंत यतेंद्र गिरी ने बताया कि मणिमहेश झील पर साधुओं के ठहरने की प्रशासन की तरफ से कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं होती है। यहां तक की ठंड से राहत पाने के लिए आग तक की व्यवस्था नहीं की गई होती है जिस कारण साधुओं को पूरी रात ठंड में ठिठुरने को मजबूर होना पड़ता है। इस प्रकार की विकट स्थिति का सामना साधुओं को अबकी बार न करना पड़े इसके लिए समय रहते प्रशासन पुख्ता कदम उठाए।

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एसडीएम चंबा प्रियांशु खाती ने महंत यतेंद्र गिरी को आश्वस्त किया इस बार छड़ी यात्रा में शामिल होने वाले साधुओं को किसी प्रकार की परेशानी पेश नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए वह भरमौर प्रशासन को निर्देश देंगे। बैठक में लोक निर्माण विभाग, पुलिस, बिजली व नगर परिषद चंबा के प्रतिनिधि शामिल रहे।