Chamba-Bharmour NH हिमाचल प्रदेश में लगातार भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से बंद पड़ा था। छोटे वाहनों के खुलने से भरमौर उपमंडल के लोगों ने राहत की सांस ली। राष्ट्रीय राजमार्ग-154ए (चंबा-भरमौर मार्ग) को खोलने में एनएच की टीम ने दिन-रात एक करके यह सफलता प्राप्त की।
चंबा, ( विनोद) : हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग के एनएच विंग ने सड़क बहाली के लिए युद्धस्तर पर अभियान चलाया। 17 मशीनों को लगातार काम में लगाया गया। सरकार ने इसकी विशेष जिम्मेदारी PWD Circle Bilaspur के superintending engineer जीत सिंह ठाकुर को सौंपी थी। इस जिम्मेवारी को इस अधिकारी ने चुनौती के तौर पर स्वीकारते हुए 9 दिनों के भीतर मार्ग को छोटे वाहनों के लिए सुचारू कर दिया।

इसके कोई दोराय नहीं है कि जिला चंबा से संबंध रखने वाले इस अधिकारी इलाके की भौगोलिक परिस्थिति से भली-भांति परिचित हैं। यही वजह है कि उनके फिल्ड के अनुभव का पठानकोट-चंबा-भरमौर राष्ट्रीय उच्च मार्ग को खोलने का हिमाचल सरकार ने जिम्मा सौंपा उसे निभाने में वह पूरी तरह से खरा उतरे है।
मणिमहेश यात्रा पर पड़ा गहरा असर
चंबा-भरमौर मार्ग बंद रहने से मणिमहेश यात्रा (Manimahesh Yatra) बुरी तरह प्रभावित हुई। लगभग 15,000 श्रद्धालु भरमौर में फंस गए और उन्हें अपनी गाड़ियां भरमौर में छोड़कर पैदल चंबा तक पहुंचना पड़ा। हालात गंभीर होने पर सेना और वायुसेना को रेस्क्यू अभियान चलाना पड़ा।
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वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टरों से 524 श्रद्धालु निकाले गए।
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एमआई-17 हेलीकॉप्टर से 400 श्रद्धालुओं को चंबा लाया गया।
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कुल मिलाकर 1160 श्रद्धालुओं को विमान सेवा ( airlift ) से सुरक्षित निकाला गया।
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भरमौर में गहराया था संकट
सड़क बंद होने से भरमौर में रसोई गैस और सब्जियों जैसी जरूरी वस्तुओं का संकट गहराने लगा था। स्थानीय लोगों को रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। अब मार्ग खुलने के बाद न केवल राहत सामग्री की आपूर्ति सामान्य होगी, बल्कि क्षेत्र का जनजीवन भी धीरे-धीरे पटरी पर लौटने की उम्मीद है।
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