चंबा-भरमौर हाईवे अपडेट ( Chamba-Bharmaur Road Update) के मुताबिक जिला चंबा के जनजातीय उपमंडल भरमौर का जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क बहाल होने का इंतजार लगातार लंबा होता जा रहा है। बीते दो सप्ताह से अधिक समय से बंद पड़ा चंबा–भरमौर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-154A) शनिवार को खुलने के करीब था, लेकिन मौसम की मार ने सारी मेहनत पर पानी फेर दिया।
भरमौर, ( चंबा) : शनिवार दोपहर तक एनएच टीम ने Chamba-Bharmaur Highway का अधिकतर भाग पर आवाजाही बहाल कर दी तो ऐसा लगा कि अब दो-चार दिनों में भरमौर उपमंडल फिर शेष विश्व के साथ सड़क सुविधा से जुड़ जएगा लेकिन शाम को हुई मूसलधार बारिश और भारी भूस्खलन ने हालात फिर बिगाड़ कर लोगों को निराश कर दिया।
बारिश से फिर ढहा पहाड़, बहाली पर संकट
शनिवार शाम बत्ते दी हट्टी, कालीधार और धरवाला में बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ। पूरी रात चट्टानें और मलबा गिरते रहे, जिससे जिन हिस्सों को खोला जा चुका था वहां भी यातायात फिर से रुक गया। हाल ही की प्राकृतिक आपदा में इस हाईवे के कई हिस्से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। कुछ जगह तो रावी नदी ने सड़क निगल ली थी। विभाग ने अस्थायी मार्ग बनाकर रास्ता तैयार किया था, लेकिन लगातार बारिश और ढहते पहाड़ बार-बार बहाली कार्य में बाधा डाल रहे हैं।
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दिन-रात जुटी टीम, जान जोखिम में बहाली कार्य
सरकार ने इस कार्य के लिए विशेष तौर पर लोक निर्माण(PWD) सर्कल बिलासपुर के SE जीत सिंह ठाकुर को तैनात किया है। वे अपनी टीम के साथ हर दिन 15-16 घंटे काम करके हाईवे को खोलने में जुटे हैं। अंधेरे, बारिश और गिरते पत्थरों के बीच जान जोखिम में डालकर सड़क बहाल करने का जज्बा काबिले-तारीफ है।

मौसम बना सबसे बड़ी चुनौती
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विभागीय अधिकारियों का कहना है कि अगर मौसम( weather ) साथ दे तो चंबा-भरमौर रोड़ पर जल्द ही वाहनों की आवाजाही शुरू हो सकती है। लेकिन बार-बार बिगड़े मौसम का मिजाज इस मार्ग की अग्नि परीक्षा ले रहा है और भरमौर की जनता को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। उधर लोग विभाग के इन प्रयासों की जमकर सराहने कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह पहला मौका है जब किसी मार्ग को खुलवाने के लिए रात को भी काम किया जा रहा है।