चुराह को न तो डीएसपी कार्यालय मिला और न ही डीएफओ कार्यालय नसीब हुआ- सुरेंद्र भारद्वाज
तीसा, 15 जून (दलीप): चुराह विधानसभा क्षेत्र के दायरे में आने वाली पंचायतों के लोगों के साथ विकास के नाम पर छलावा किया जा रहा है।
चुराह के पूर्व कांग्रेसी विधायक सुरेंद्र भारद्वाज ने तीसा में यह बात कही।
उन्होंने कहा कि बीते दिनों चुराह के विधायक ने डीएसपी कार्यालय सूलणी व वन मंडल कार्यालय सलूणी को चुराह लाने की बात कही थी।
विधायक अब तक इस मामले में ब्यान तक ही सीमित रह गए हैं। ऐसा लगता है कि जैसे वह भाजपा के नहीं बल्कि विपक्ष विधायक है।
इतना जरुर है कि उनके इन ब्यानों को लेकर उनकी पार्टी के ही नेताओं ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। प्रदेश सरकार कोविड से निपटने में पूरी तरह से फेल रही है।
यही नहीं कोविड किटों को बांटने के नाम पर भाजपा सरकार ने सस्ती लोकप्रियता का प्रपंच रचा।
सरकार ने यह दावा किया था कि इन किटों को लोगों के घरों में जाकर देने की बात कही थी पर ऐसा नहीं किया गया।
चुराह की बात करे तो यहां के भाजपा विधायक ने उन्हीं पंचायतों में इस कार्य को घर-घर जाकर अंजाम दिया जो कि कांग्रेस के कार्यकाल में सड़क सुविधा से जुडी।
चुराह के जिन गांवों व पंचायतों को अभी तक सड़क सुविधा नहीं मिली है उन पंचायतों के कोविड प्रभावित परिवारों को घर में जाकर किट देने की वजाए उन्हें सड़कों पर ही वितरित किया गया।
उन्होंने कहा कि इससे यह साफ होता है कि प्रदेश सरकार जहां कोविड पर काबू पाने में पूरी तरह से नाकाम रही है।
पूर्व कांग्रेसी विधायक ने कहा कि लोगों को सुरक्षा किट देने के नाम पर भी महज लोकप्रियता हासिल करने का ड्रामा रचा गया।
उन्हाेंने कहा कि चुराह की जनता अब यह पूरी तरह से समझ चुकी है कि धरती पुत्र का नारा देने वाले मुसीबत की घड़ी के कितना उनका साथ दे रहें है।
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