New CM Himachal : विक्रमादित्य सिंह के रूप में हिमाचल को क्या नया सीएम मिलने जा रहा है? क्या सुक्खू सरकार पर मंडराए संकट के बादल पूरी तरह से छट गए है? कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह हिमाचल से बाहर जाने से यह सवाल हर किसी की जुबान हैं।
चंबा, ( विनोद ): हिमाचल कैबिनेट मंत्री व हिमाचल कांग्रेस अध्यक्ष के बेटे विक्रमादित्य सिंह के पंचकूला में हिमाचल के बागी विधायकों से मिले। पंचकूला में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के पब्लिसीटी एडवाइजर(Publicity Advisor) के साथ उन्हें देखा गया जिसके चलते ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि कांग्रेस के भीतर सुलगी नाराजगी की चिंगारी अभी तक पूरी तरह से नहीं बूझी है। अपुष्ट सूत्रों की माने तो मंत्री विक्रमादित्य सिंह दिल्ली में बीजेपी नेताओं के साथ मुलाकात कर सकते है।
क्यासों में यह बात कही जा रही है कि विक्रामादित्य सिंह जल्द ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर सकते है। हालांकि इस बारे में अधिकारिक तौर से कोई भी बात सामने नहीं आई है लेकिन हिमाचल राज्यसभा चुनाव(Rajya Sabha elections) में बीजेपी की जीत का परिणाम हिमाचल सरकार के लिए खतरे की घंटी बजा चुका है। ऐसे में विक्रमादिस्य सिंह का हिमाचल से बाहर जाना और पंचकूला में मौजूद हिमाचल के बागी विधायकों के साथ मुलाकात करना नया राजनैतिक गुल खिला सकता है।
अपूष्ट सूत्रों की माने तो राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस के बागी नेताओं सहित आजाद विधायकों ने भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन(Harsh Mahajan) के पक्ष में वोट कर अपने मनसूबों को जाहिर कर दिया था लेकिन यह संख्या भले 9 रही लेकिन भाजपा के संपर्क में 13 विधायक थे। जिसमें कांग्रेस के विधायक शामिल थे। यह पूरी स्थिति इस बात की तरफ इशारा करती है कि सुक्खू सरकार के लिए आगे की राह सरल नहीं है।
उधर भाजपा ने अपने सभी विधायकों को शिमला बूला लिया। बताया जाता है कि भाजपा ने अपने सभी विधायकों को निर्देश दिए हैं कि वे सभी कामकाज छोड़ शिमला पहुंचे। हिमाचल की सियासत(Himachal politics) में जो स्थिति बनी हुई है इसमें फिलहाल दावे से कुछ भी नहीं कहा जा सकता लेकिन इतना जरुर है कि कांग्रेस के भीतर सब कुछ ठीक होने की बात कही जाए लेकिन ऐसा कतई नहीं है। दूसरी तरफ विक्रमादित्य का हिमाचल से बाहर जाने पर सीएम सुक्खू का कहना है कि इस बारे में विक्रमादित्य सिंह ने बीते कल ही उनके साथ अपने इस दौरे के बारे में बात की थी।