चंबा, ( विनोद ): राजकीय महाविद्यालय चम्बा में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर हॉकी जादूगर मेजर ध्यान चंद को याद किया गया। महाविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना और शारीरिक शिक्षा विभाग के तत्वावधान में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। महाविद्यालय चंबा के प्राचार्य डॉ विद्या सागर शर्मा मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे। एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी प्रोफेसर अविनाश ने यह जानकारी दी।
कार्यक्रम के माध्यम से हॉकी जादूगर मेजर ध्यान चंद के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गई। उनकी अगुवाई में भारत ने 1928, 1932 और 1936 में ओलंपिक खेलों में लगातार तीन स्वर्ण पदक जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। खेल दिवस मनाने पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 29 अगस्त 2012 से इसे मनाया जाने लगा। 29 अगस्त की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि इस दिन महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्म हुआ था।
राष्ट्रीय खेल दिवस को मनाने का यह उद्देश्य है कि भारत का युवा नशे से दूर रहे, खेलकूद, क्रीडात्मक गतिविधियों में भाग ले, नकारात्मकता से दूर रहे और राष्ट्र निर्माण में अपनी सकारात्मक भूमिका निभाए। चंबा महाविद्यालय प्राचार्य डॉ विद्या सागर शर्मा ने कहा कि खेलों से स्वास्थ्य तो ठीक रहता ही है इनसे मनुष्य का चारित्रिक और आध्यात्मिक विकास भी होता है।
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शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय खेल दिवस हमें यह याद दिलाता है कि खेल का महत्व सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक विकास में भी होता है। यह दिवस युवा पीढ़ी को खेलकूद में रुचि और उत्साह दिलाने का काम करता है। इस अवसर पर प्राचार्य द्वारा सभी विद्यार्थियों व अध्यापकों को फिट इंडिया शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर डॉ मनेश वर्मा, प्रोफेसर अविनाश, प्रोफेसर सचिन मेहरा, प्रोफेसर नीरज चौहान, एन एस एस के स्वयंसेवी व शारीरिक शिक्षा विभाग के विद्यार्थी उपस्थित रहे।