56 करोड़ रुपए की पेयजल योजना भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरी

पेयजल योजना के तहत बन रहेें जल भंडारण टैंकों में गुणवत्ताहीन सामग्री का प्रयोग करने का आरोप

चंबा, 26 जून (विनाेद): 56 करोड़ रुपए की लागत से सलूणी उपमंडल की 26 पंचायतों की प्यास बुझाने के लिए निर्माणाधीन पेयजल योजना भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गई है। सोशल मीडिया के माध्यम से इसका खुलासा हुआ है। इसके सामने आते ही अब जलशक्ति विभाग व सरकार की कार्यशैली भी सवालों के दायरे में आ गई है।
जिस निर्माण सामग्री का महिला ने खुलासा किया है उसका वास्तव में सरकारी पेयजल भंडारण टैंकों में निर्माण में प्रयोग में लाया जा रहा है तो यह बेहद गंभीर मामला है। महिला की बात का विश्वास किया जाए तो इसमें कोई दोराय नहीं है कि करोड़ों रूपए की लागत वाली इस पेयजल योजना के पानी भंडारण टैंकों का निर्माण गुणवत्ताहीन सामग्री के माध्यम से किया जा रहा है जिस वजह से इन टैंकों के फटने की आशंका बन गई है।
ऐसा होता है तो कई लोगों की जाने इस भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएंगी। क्योंकि इस विशाल पेयजल योजना के तहत पानी स्टोरेज टैंकों का निर्मााण गांवों के ऊपर किया जा रहा है। खड्ड की मिट्टी युक्त कच्ची बजरी का प्रयोग करने की वजह से पेयजल योजना के जल भंडारण टैंक लिक करे तो इसमें कोई हैरानी नहीं होगी। यह बात जरुर हैरान करने वाली है कि जो कंपनी या ठेकेदार प्रकार की गुणवत्ताहीन निर्माण सामग्री का प्रयोग कर रहा है उस पर विभाग क्यों मूकदर्शक बना हुआ है।
न खाएंगे और न खाने देंगे का जनता से वायदा करके सत्ता में काबिज हुई भाजपा के शासनकाल में इस प्रकार का भ्रष्टाचार से जुड़ा मामला सामने आने से क्षेत्र के भाजपा नेता भी इन आरोपों से खुद को अलग नहीं कर सकते हैं। क्योंकि सत्ता सुख भोगने वाले इन नेताओं का यह जिम्मा बनता है कि जनता से पार्टी द्वारा किए गए वायदे को पूरा करवाने में वे अपनी अहम भूमिका निभाए।
अब देखना होगा कि इस मामले के जगजाहिर होने के बाद जलशक्ति विभाग व सरकार इस मामले में अपनी मूकदर्शक की भूमिका से बाहर आकर भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ क्या रूख अपनाता है। वहीं दूसरी तरफ एक बार फिर से कांग्रेस पार्टी जो कि डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र में विपक्ष की सार्थक भूमिका में बेहद कम नजर आती है वह इस मामले पर क्या रूख अपनाती है यह देखना भी रोचक होगा।
लोगों का कहना है कि कही कांग्रेस पार्टी कही पूर्व की भांति डल्हौजी विधानसभा क्षेत्र में चल रहें राजनैतिक फ्रैंडली मैच की रसम निभाने में ही अपनी दिलचस्पी तो नहीं दिखाएगी या फिर खुद को अगले वर्ष चुनावों के लिए तैयार करते हुए एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी। कुल मिलाकर यह पूरा मामला लोगों की जिंदगी की सुरक्षा के साथ-साथ भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ है और इस करोड़ों रुपए की योजना को लेकर कौन क्या रूख अपनाता है इस पर जनता की पैनी नजरे टिकी रहेंगी।

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