मुसीबत भरे दिन: बिजली उत्पादन आधा, पांगीवासी परेशान

मौसम साफ रहने पर बढ़ सकती है यह समस्या

पांगी, (किशन चंद राणा): घाटी में कड़ाके की ठंड पड़ने से पांगी में बिजली उत्पादन आधा से भी कम हो गया है। इस वजह से घाटी के लोगों को बिजली कट का सामना करना पड़ रहा है। बिजली व्यवस्था इस कदर घाटी में चरमरा गई है कि हर दिन घाटी के कई गांवों को सुबह से शाम तक बिजली कट का सामना करना पड़ रहा है।

 

बिजली बोर्ड बिजली संकट से लोगों को राहत दिलाने के लिए कट का सहारा ले रहा है। मंगलवार को घाटी मुख्यालय के किलाड़ सहित कई पंचायतों में सुबह 6 बजे से बिजली गुल हुई और शाम 8 बजे बिजली बहाल हुई। इस कारण से पांगी घाटी में रहने वाले लोगों बेहद मानसिक परेशानी का सामना कर रहें है।

स्थानीय लोगों की माने तो अगले कुछ दिनों तक मौसम साफ बना रहा तो घाटी के नालों का जलस्तर और कम हो जाएगा जिस वजह से बिजली उत्पादन और भी कम हो जाएगा। ऐसे में बोर्ड को बिजली कट की अवधि में बढ़ौतरी करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।

 

जानकारी के अनुसार घाटी को पूरी तरह से रोशन करने के लिए कम से कम 3 मैगावाट बिजली का आवश्यकता है लेकिन घाटी में कड़ाके की ठंड के चलते इन दिनों यह बिजली उत्पादन क्षमता महज 500 से 700 किलोवाट तक सीमित होकर रह गई है।

 

मंगलवार को घाटी की जिन पंचायतों के लोगों को करीब 12 घंटों तक बिजली कट का सामना करना पड़ा उसमें मिंधल, फिंडरू, करियूणी, करेल पंचायत, करियास व घाटी मुख्यालय किलाड़ के गांव माहलियत, थमोह व किलाड़ क्लोनी शामिल रहें।

 

यह बात ही है कि घाटी में कड़ाके की ठंड पड़ने की वजह से यहां का पारा शुन्य से नीचे चला गया है। इस कारण पांगी के नालों में मौजूद पानी जम गया है। पानी की मात्रा में कमी आने की वजह से घाटी में बिजली उत्पादन काफी गिर गया है। इसी के चलते घाटी की बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई है।
एसडीओ शिव कुमार किलाड़
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