पंचायत प्रतिनिधियों व टास्क फोर्स की आई बारी

जिला प्रशासन ने इनकी कार्यशैली को देखते हुए कड़ा रूख अपनाया

सिहुंता, 2 जुलाई (इशपाक): शादी या अन्य समारोह के आयोजनों पर नजर रखने का जिम्मा पंचायत प्रतिनिधियों व इसके लिए गठित टास्क फोर्स को सौंपा था। इसे निभाने में कुछ ने रूचि नहीं दिखाई है। इस मामले पर जिला प्रशासन ने कड़ा संज्ञान लिया है।
मामले की गंभीरता को समझते हुए उपायुक्त चंबा डीसी राणा ने सभी पंचायत प्रतिनिधियों व टास्क फोर्स द्वारा अपने क्षेत्र में आयोजित हुए शादी व अन्य समारोहों में शामिल लोगों के बारे में तैयार की गई जानकारी जियो टैग फोटो सहित मांगी है।
इस संदर्भ में जिला प्रशासन ने जिला के सभी उपमंडलों के एस.डी.एम. को पत्र भेजे है। इसके माध्यम से सभी एस.डी.एम. को फोटो सहित पूरी जानकारी मुहैया करवाने के बारे में कहा है।
जिला प्रशासन ने अब सभी उपमंडलाधिकारियों को यह निर्देश जारी किए हैं कि वे जून माह से अब तक क्षेत्र में आयोजित हुए शादी व अन्य सामाजिक समारोहों के संदर्भ में पंचायत प्रतिनिधियों व टास्क फोर्स द्वारा की गई कार्रवाई बारे में जानकारी दे।
जिला प्रशासन ने अपने जारी आदेशों में इस बात की भी जानकारी मांगी है कि जिन लोगों ने समारोह या कार्यक्रम आयोजित किया था उनमें से कितनों ने अपना कोविड टैस्ट करवाया है।  
उपायुक्त चंबा डी.सी.राणा ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि जिन पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीण स्तर पर गठित टास्क फोर्स ने इस कार्य को अंजाम नहीं दी है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। 
जिला प्रशासन ने यह आदेश इसलिए जारी किए है क्योंकि जिला चम्बा के साथ सटे पड़ोसी जिला कांगड़ा में डेल्टा का एक मामला पाया गया है और जिला चम्बा का भटियात उपमंडल कांगड़ा जिला के साथ सटा हुआ है। इस उपमंडल के लोगाें का अक्सर हर दिन कांगड़ा आना जाना रहता है।
इन तमाम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए उपायुक्त चंबा डी.सी.राणा ने यह आदेश जिला के सभी एस.डी.एम. को जारी किए है। अपने इन आदेशों में डी.सी.चम्बा ने सभी एस.डी.एम. से बीते 18 जून से 2 जुलाई तक आयोजित हुए शादी व अन्य समारोहों में भाग लेने वाले लोगों के बारे में पूरी जानकारी मांगी है।
उपायुक्त चंबा का यह कदम बेहद सराहनी है क्योंकि कोविड के दूसरी लहर से जिला चम्बा को हाल ही में कुछ राहत मिली है। हालांकि जिला चम्बा में कोविड के नये मामलों के सामने आने को दौर पूरी तरह से थमा नहीं है लेकिन कोविड की रफ्तार को ब्रेक जरुर लगी है।
ऐसे में पंचायत प्रतिनिधियों  व टास्क फोर्स द्वारा बीते इन दिनों के दौरान अपने क्षेत्र में आयोजित हुए शादी व अन्य सामाजिक समारोहों में भाग लेने वालों के बारे में अभी तक जानकारी मुहैया न करवाया जाना बेहद गंभीर मामला है।
इस प्रकार की लापरवाही पाई जाती है तो निश्चिततौर पर यह कहा जा सकता है कि इस प्रकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया ही शायद तीसरी लहर को लाने में मददगार साबित हो सकता है।
जिला चम्बा के अकेले भटियात उपमंडल की ही हम बात करे तो यहां 17 जुन से 2 जुलाई तक 78 शादी व अन्य सामाजिक कार्यक्रमों के आयोजनों की जिला प्रशासन द्वारा अनुमति प्रदान की गई है। इन 78 मामलों में शादी के 76 मामले शामिल है जो कि लगभग समाप्त हो चुकी है।
गौरतलब है कि शादी व अन्य समारोह का आयोजन करने वाले आयोजकों के साथ उनमें शामिल होने वालों बारे जानकारी जुटा कर आयोजकों के कोविड टैस्ट करवाने के आदेश जारी कर रखे है लेकिन सूत्रों की माने तो प्रशासन के इन आदेशों का बेहद कम लोगों ने अमलीजामा पहनाया है।
यही वजह है कि अभी तक जिला प्रशासन के पास इससे संबन्धित जानकारी नहीं पहुंची है। इन तमाम बातों को ध्यान में रखते हुए अब जिला प्रशासन ने इस मामले पर कड़ा रूख अपनाया है। ऐसे में आने वाले दिनों में कुछ पंचायत प्रतिनिधियों व टास्क फोर्स में शामिल लोगों के खिलाफ जिला प्रशासन कड़ा कदम उठा सकता है।

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