केंद्र सरकार के आदेशों के चलते प्रदेश के साथ जिला चम्बा के सभी भारतीय पुरात्तव विभाग के दायरे में आने वाले मंदिर दर्शनों के लिए बंद
चम्बा, 17 अप्रैल (विनोद): नवरात्रों के बीच लोगों के लिए एक निराश करने वाला समाचार है। दूसरी बार कोरोना ने भक्त व भगवान के बीच दूरी पैदा करने का काम किया है। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र ने एक ओर निर्णय लिया है। इस निर्णय के चलते अब प्रदेश में मौजूद सभी ऐतिहासिक मंदिरों व किले जो कि भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण यानी एएसआई के अधीन है उन्हें लोगों के लिए 15 मई तक बंद कर दिया है। इन आदेशों की वजह से प्रदेश में मौजूद सभी ऐतिहासिक मंदिर लोगों की आवाजाही के लिए बंद हो गए है। जिला चम्बा की बात करे तो भारतीय पुरात्तव विभाग के दायरे में श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर समूह, चामुंडा मंदिर, हरिराय मंदिर, चंपावती मंदिर, बंसी गोपाल मंदिर, पांच वांडव मंदिर, माता व्रजेश्वरी मंदिर व श्री सीता-राम मंदिर आते हैं। केंद्र सरकार के आदेशों को अमलीजामा पहनाते हुए जिला प्रशासन ने इस ऐतिहासिक शहर में मौजूद इन मंदिरों को लोगों की आवाजाही के लिए बंद करवा दिया है। अब लोग इन मंदिरों में पूजा अर्चना करने के लिए प्रवेश नहीं कर पाएंगे। हालांकि मंदिर के पूजारी मंदिर के भीतर अपने नियत धार्मिक कार्यों को अंजाम देते रहेंगे। निसन्देह नवरात्रों के बीच इस तरह का निर्णय लोगों को निराश करने वाला है लेकिन कोराेना का बड़ी तेजी के साथ फैल रहे दायरे को रोकने की दिशा में यह कदम उठाया जाना बेहद जरुरी था। यही वजह रही कि मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त चम्बा डी.सी.राणा ने शनिवार को जिला भाषा अधिकारी व जिला चम्बा में भारतीय पुरात्तव विभाग के मौजूद कर्मचारी को बुलाकर केंद्र सरकार द्वारा मंदिरों को बंद करने के जारी आदेशों को अमलीजामा पहनने के आदेश दिए। इस बात की पुष्टि करते हुए उपायुक्त चम्बा डी.सी.राणा ने कहा कि केंद्र सरकार के आदेशों को जिला में पूरी तरह से अमलीजामा पहनाने के आदेश जारी कर दिए गए है। जिला में मौजूद सभी प्राचीन मंदिरों को जो भी भारतीय पुरात्तव विभाग के अधीन आते हैं उन्हें लोगों के लिए बंद कर दिया गया है।