नायब तहसीलदार सिहुंता ने जांच प्रक्रिया को अंजाम दिया तो मामला सामने आया
सिहुंता, 15 जून (इशपाक खान): सोमवार से बस सेवा वहाल हाेने से लोगों ने राहत की सांस ली है लेकिन कोविड को लोग नजर अंदाज करने से गुरेज नहीं कर रहें है। यह बात बेहद चिंताजनक है।
इस बात का खुलासा उस समय हुआ जब मंगलवार को सिहुंता के अन्तर्गत आने वाले द्रम्मन-ददरियाडा लिंक रोड़ पर चलने वाली बस में सरकार द्वारा कोविड के दृष्टिगत निर्धारित की गई संख्या से अधिक सवारियां यात्रा करती हुई पाई गई।
इस संदर्भ में जब संबन्धित एच.आर.टी.सी. के बस परिचालक से पूछा गया तो उसने कहा कि समझाने के बावजूद लोग मानने को तैयार नहीं थे।
यह मामला उस समय सामने आया जब सिहुंता के नायब तहसीलदार एवं कार्यकारी दंडाधिकारी भुपेंद्र कश्यप ने जांच के लिए बस को जांच के लिए रोका।
मौके पर मौजूद लोगों सहित अधिकारी हैरान हो गए कि क्षमता से 50 प्रतिशत कम सवारियां लेकर चलाने के सरकार ने आदेश जारी किए है।
बावजूद इसके यह बस 100 प्रतिशत से अधिक सवारियों से भरी पड़ी थी। शैली रेस्टोरेंट समोट के पास जांच करने के लिए इसे रोका तो यह पूरी तरह से ओवरलोड पाई गई।
उक्त जांच अधिकारी ने जब इस बारे इसके चालक व परिचालक से पूछताछ की तो उन्होंने लोगों की जिद के आगे खुद को पूरी तरह से लाचार बताया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नायब तहसीलदार एवं कार्यकारी दण्डाधिकारी भुपेंद्र कश्यप ने चालक व परिचालक को दौबारा ऐसा करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी देकर छोड़ा।
मामले पर बस परिचालक ने निर्धारित क्षमता से अधिक बैठी सवारियों को वहीं पर उतार दिया। वहीं इस मामले के बारे में उक्त अधिकारी ने चुवाड़ी के अड्डा प्रभारी को जानकारी दी।
चुवाड़ी अड्डा प्रभारी ने कहा कि अगर लोगों ने यही रूख अपनाया तो मजबूर होकर इस रूट पर प्रबंधन को बस सेवा बंद करनी पड़ सकती है।