चिकित्सकों की कमी की वजह से डी.सी.एच. काे टीवी अस्पताल से मैडीकल कालेज अस्पताल की चौथी मंजिल में शिफ्ट किया
चम्बा, 4 मई (विनोद): प्रदेश मुख्यमंत्री सोमवार को जिला चम्बा के दौर पर आए और यहां की स्वास्थ्य सेवाओं को जायजा लेने के बाद जिला वासियों को एक बार फिर से आश्वासनों को झूले में झूला कर मंगलवार को लौट गए। मुख्यमंत्री के जाते ही जिला की हांफ चूकी स्वास्थ्य सेवा एक बार फिर से जगजाहिर हो गई। चिकित्सकों की कमी से जुझ रहे मैडीकल कालेज चम्बा के प्रबंधन को डी.सी.एच. यानी कोविड अस्पताल जो कि टीवी अस्पताल में चलाया जा रहा था उसे आज मैडीकल कालेज अस्पताल की चौथी मंजिल में शिफ्ट करना पड़ा। इससे बड़ी और जिला चम्बा के लिए क्या त्रास्दी हो सकती है कि जिला चम्बा के चिकिस्तकों की कमी की वजह से न सिर्फ रोगियों को बल्कि चिकित्सकों को भी इस कोरोना काल में बेहद मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मैडीकल कालेज चम्बा के सूत्रों की माने तो डी.सी.एच.को टीवी अस्पताल से इसलिए शिफ्ट करना पड़ा क्योंकि एक तरफ जहां कोरोना के नये मामले दिन व दिन बढ़ते जा रहें है। यही वजह है कि हालात को देखते व चिकित्सकों की कमी को भांपते हुए 30 बिस्तरों वाले डी.सी.एच. को 50 बिस्तरों वाले मैडीकल कालेज अस्पताल की चौथी मंजिल में मंगलवार को शिफ्ट किया। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि टीवी अस्पताल के डी.सी.एच. में अगर 30 बिस्तरों पर रोगी भर्ती हो गए तो उसके बाद रोगियों को अगर मैडीकल कालेज अस्पताल में भर्ती किया गया तो फिर एक समय में दो-दो जगहों पर डियूटी देने के लिए चिकित्सक कम पड़ जाएंगे। इस कमी को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया। यह स्थिति हम सब के लिए बेहद चिंताजनक है क्योंकि जिस मैडीकल कालेज अस्पताल में 200 के करीब रोगी अन्य रोगों के लिए उपचाराधीन है और हर दिन वहां आपातकालीन सेवाओं के साथ-साथ रोगियों के तामिरदारों को आनाजाना लगा रहता है उसमें डी.सी.एच. को चलाना कहां तक उचित है। यह तमाम परिस्थिति हमें यह आभास करवाती है कि आने वाले दिन जिला चम्बा के लिए बेहद परेशान करने वाले हो सकते हैं। अफसोस की बात है कि जिला चम्बा को सिर्फ और सिर्फ आश्वासनों के अलावा महज आऊट सोर्स पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी, नर्स व सुरक्षा गार्ड देने में ही सरकार देर नहीं लगाती है।
मैडीसन विभाग के एच.ओ.डी. डाक्टर पंकज गुप्ता ने बताया कि कोविड वार्ड व डी.सी.एच. काे मौजूदा डाक्टरों की संख्या में चलाना मुश्किल हो रहा था। इसी वजह से डी.सी.एच. को चौथी मंजिल में शिफ्ट किया गया है।