मिंजर मेला आयोजन की बैठक में कोविड के बढ़ते मामलों पर जताई चिंता
उपायुक्त चंबा एवं मेला समिति अध्यक्ष ने कहा कोविड- प्रोटोकॉल के तहत आयोजित होगा ऐतिहासिक मेले का आयोजन
चंबा, 19 जुलाई (रेखा): ऐतिहासिक मिंजर मेला कोविड-प्रोटोकॉल के दायरे में आयोजित होगा तो साथ ही मिंजर मेला के शुभारंभ व समापन के दिन दोपहर बाद बाजार बंद रहेंगे। उपायुक्त एवं अध्यक्ष मिंजर मेला आयोजन समिति डीसी राणा ने मेले के आयोजन को लेकर सोमवार को बुलाई बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि कोविड को देखते हुए इस मेले को रस्मी तौर पर ही आयोजित किया जाएगा। उपायुक्त ने कहा कि चूंकि जिला में अभी तक कोविड की स्थिति बेहतर नहीं हुई है पॉजिटिविटी दर बढ़ रही है जो की चिंता का विषय बना हुआ है।
बैठक में निर्णय लिया गया है कि 25 जुलाई को मेले का रस्म के तौर पर आगाज और 1 अगस्त को समापन किया जाएगा। नगर परिषद चंबा स्थानीय संस्कृति के अनुरूप सीमित तौर पर परंपराओं को पूर्ण करेगी।
बैठक में यह फैसला भी लिया गया कि 25 जुलाई से प्रतिदिन शाम को चंबा चौगान में कला केंद्र से शाम साढ़े 6 से साढ़े 7 बजे तक पारंपरिक कूंजड़ी मल्हार गायन होगा जिसे केबल नेटवर्क व सोशल मीडिया के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा।
ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि लोग घर बैठे इसका आनंद ले पाएं। कुंजडी मल्हार गायन के समय चौगान में मीडिया कवरेज के लिए प्रेस प्रतिनिधियों के अतिरिक्त अन्य किसी को प्रवेश करने की किसी को अनुमति नहीं होगी।
जिला पुलिस द्वारा कोविड मानक संचालन प्रक्रिया और कानून व्यवस्था को सुनिश्चित बनाया जाएगा। मेले के शुभारंभ के दौरान 25 जुलाई को दोपहर 2 बजे तक दवाइयों की दुकानों के अलावा बाजार बंद रहेगा।
मेले के समापन अवसर पर आयोजित होने वाली शोभा यात्रा के दौरान 1 अगस्त को भी दोपहर 12 बजे तक ही बाजार खुला रहेगा। इस दौरान आपातकालीन सेवा से संबंधित वाहनों के अतिरिक्त अन्य सभी वाहनों की आवाजाही भी प्रतिबंधित रहेगी।
शोभायात्रा में भाग लेने वाले लोगों की संख्या सीमित होगी। मेले की शुभकामना प्रपत्र ऑनलाइन डिजिटल स्वरूप में भेजे जाएंगे। शहर की सजावट हेतु प्रकाश की व्यवस्था समस्त विभाग अपने स्तर पर करेंगे।
चंबा भूरी सिंह संग्रहालय में चंबा की लोक संस्कृति की परिचायक मिंजर तथा चंबा के समृद्धशाली इतिहास पर प्रदर्शनी का भी आयोजन मेले के दौरान किया जाएगा।
इस दौरान भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा वेबीनार के माध्यम से चंबा के इतिहास व संस्कृति पर भी विशेषकर युवाओं से भी परिचर्चा आयोजित की जाएगी।