चंबा 17 जनवरी (विनोद): प्रदेश में पंचायत निकायों के प्रथम चरण की चुनाव प्रक्रिया रविवार शाम को संपन्न हो गई। इस चुनावी प्रक्रिया के तहत राज्य की 1228 पंचायतों में पहले चरण का चुनाव हुआ। पहले चरण में 13,30,000 मतदाताओं (80 प्रतिशत) ने मतदान किया। पुरुषों की तुलना में अधिक महिलाओं ने वोट दिया है। कुल्लू जिला के बंजार ब्लॉक की शांघड़ पंचायत में सबसे ज्यादा 94.17 मतदान हुआ जबकि कुल्लू जिला की ही रिहाड़ा पंचायत में 93.50 प्रतिशत मतदान हुआ।
उधर, स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता 103 वर्षीय श्याम शरण नेगी ने कल्पा में मतदान किया। कोरोना पॉजिटिव मरीजों में मतदान को लेकर काफी उत्साह देखा गया। एकाध जगह छिटपुट अप्रिय घटनाओं को छोड़कर प्रदेशभर में मतदान और मतगणना कार्य शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। कई जगह मतगणना कार्य देर रात चलता रहा। कुल्लू जिला में सबसे अधिक 84 प्रतिशत से भी ज्यादा लोगों ने मतदान किया, जबकि लाहौल-स्पीति में सबसे कम 62 प्रतिशत लोगों ने वोट दिए। मतदान प्रक्रिया सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक चली। जिन पंचायतों में कोरोना मरीजों ने वोट देने की इच्छा जाहिर कर रखी थी, वहां शाम 5 बजे तक मतदान चलता रहा। कुछेक पंचायतों में देर शाम तक भी मतदान जारी रहा। मतदान संपन्न होते ही पंचायत मुख्यालय में मतगणना शुरू हुई और 6 बजे के बाद पंच, उपप्रधान और प्रधान के नतीजे आने शुरू हो गए। मतदान के वक्त ज्यादातर जगह कोरोना को लेकर जारी एसओपी का पालन किया गया लेकिन शाम के वक्त रिजल्ट आने के बाद कुछेक स्थानों पर जश्र में सामाजिक दूरी के नियमों की धज्जियां भी उड़ाई गईं।
इन जिलों में इतना प्रतिशत हुआ मतदान।
निर्वाचन आयोग के सचिव सुरजीत राठौर ने बताया कि पंचायत चुनाव में 129 कोविड पॉजिटिव और क्वारंटाइन चल रहे मतदाताओं ने भी वोट दिए। बिलासपुर जिला में 19, हमीरपुर 12, कांगड़ा और ऊना में सबसे ज्यादा 30-30, किन्नौर चार, कुल्लू नौ, मंडी 14, शिमला पांच, सिरमौर चार तथा सोलन जिला में दो कोविड मरीजों ने वोट दिए। इनके मतदान के लिए निर्वाचन आयोग ने पहले ही तैयारियां कर रखी थी। एक स्वास्थ्य कर्मी को पीपीई किट दी गई थी। इसके बाद सामाजिक दूरी के नियम और मास्क लगाकर कोविड मरीजों से मतदान कराया गया। उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों के पहले चरण के पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गए। कही से भी कोई घटना की सूचना नहीं है। इनमें 80 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया है। मतगणना कार्य देर रात तक चला रहा।