कांग्रेस के बाद अब वामपंथी दलों ने केंद्र व राज्य सरकारों को घेरा

मंहगाई को लेकर जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कार्यक्रम किया

चंबा, 30 जून (रेखा शर्मा): महंगाई के खिलाफ मंगलवार को कांग्रेस पार्टी ने जन आक्रोश रैली निकाल कर केंद्र की मोदी सरकार को घेरा था तो बुधवार को वामपंथी दलों ने चंबा जिला मुख्यालय में महंगाई को लेकर प्रदर्शन किया।
पार्टी के जिला कमेटी सदस्य विपिन ने कहा कि देश में महंगाई आसमान छू रही है। कोरोना काल में ऑक्सफेम की रिपोर्ट के अनुसार 97 प्रतिशत जनता के आय के साधन कम हुए हैं। ऐसे में सरकार को सभी व्यक्तियों को 10 किलो मुफ्त राशन प्रतिमाह देना चाहिए था।
डिपुओं में सस्ते राशन की सुविधा मिलनी चाहिए थी। इस समय आयकर मुक्त व्यक्तियों को 7500 रुपये मासिक आर्थिक मदद सुनिश्चित करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार ने कोविड काल में उपजी भारी बेरोजगारी व गरीबी पर जनता पर भारी महंगाई थोप दी है। मई से लेकर अब तक 22 बार पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि हो चुकी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें घटने के बावजूद भी देश में पेट्रोल व डीज़ल की कीमतें आज तक के इतिहास में सबसे ऊंचे स्तर पर हैं।
इस से एक तरफ दोपहिया व चार पहिया वाहनों का इस्तेमाल करने वालों पर भारी मार पड़ी है वहीं दूसरी ओर इससे खाद्य वस्तुओं की कीमतों में भारी वृद्धि हो गई है। खाद्य वस्तुएं जनता की पहुंच से बाहर हो गयी हैं। खाने के तेल, दालों व अन्य वस्तुओं की कीमतों में भारी बढ़ौतरी हो गई है।
उन्होंने कहा है कि रसोई गैस की कीमत भी बेतहाशा बढ़ चुकी है। गैस सिलेंडर की कीमत 906 रुपए तक पहुंच गई है। पेट्रोल की कीमत 96 से 100 रुपए व डीजल की कीमत 88 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गई है।
सरसों का तेल बाजार में 180 रुपये व डिपुओं में 160 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है। डिपुओं में दालों की कीमतों में हाल फिलहाल 10 रुपए की वृद्धि की गई है। पिछले महीने की अपेक्षा इस महीने डिपुओं में आटा की मात्रा 14 किलो से घटाकर 11 किलो प्रति कार्ड कर दिया गया।
उन्होंने मांग की है कि पेट्रोल,डीज़ल व खाद्य वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित किया जाए व इसमें कटौती की जाए। उन्होंने रसोई गैस पर सब्सिडी बढाने की मांग की है। प्रदर्शन में विपिन,केवल, रहमतुल्ला,राशिका, रीझू राम सहित अन्य शामिल रहे।

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